Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए गहलोत सरकार द्वारा कई योजनाओं की घोषणा की जा रही है. वहीं सामाजिक कल्याण की योजनाओं पर जोर शोर से काम हो रहा है. इधर गहलोत सरकार को घेरने की तैयारी में बीजेपी भी जुट चुकी है. पार्टी सूत्रों की माने तो इसके लिए कई बैठकें की गई है. भ्रष्टाचार, कानून-व्यवस्था और तुष्टिकरण की राजनीति जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रही है.
सवाई माधोपुर में संपन्न हुई दो दिवसीय बीजेपी चिंतन बैठक में गहलोत सरकार की सामाजिक कल्याण योजनाओं का मुकाबला करने का फॉर्मूला तैयार किया गया है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, पार्टी प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और विपक्ष के नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ सहित पार्टी नेताओं ने सीएम की कल्याण योजनाओं का मुकाबला करने के तरीके खोजने के लिए कई बैठकें कीं.
बैठक के बाद वरिष्ठ नेता ने बताई- किन मुद्दों को बीजेपी करेगी उजागर?
बैठक में शामिल एक वरिष्ठ नेता ने कहा ''बीकानेर में पीएम मोदी के भाषण से प्रेरणा लेते हुए नौकरशाहों, विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को जनता के सामने उजागर किया जाएगा. राज्य में अपराध के रिकॉर्ड, खासकर महिलाओं और दलितों के खिलाफ अपराध और बहुसंख्यकों की कीमत पर अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण को जनता के सामने उजागर किया जाएगा.''
पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि बैठक के दौरान पेपर लीक के मुद्दे पर चर्चा की गई जिसके कारण राज्य में युवाओं को परेशानी उठानी पड़ी है. राज्य में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी के भाषणों में इस मुद्दे का जिक्र हुआ है.
मुकाबले के लिए क्या होगा सबसे बड़ा मुद्दा?
“पिछले दो वर्षों में, बीजेपी ने युवाओं का समर्थन हासिल करने के लिए इस मुद्दे को उठाने के लिए कोई मंच नहीं छोड़ा है. पेपर लीक के कारण 60 लाख से अधिक उम्मीदवारों को नुकसान हुआ है, यह गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं का मुकाबला करने का सबसे बड़ा मुद्दा होगा, ”
बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जोशी ने कहा कि पार्टी ने वंशवाद और तुष्टिकरण की राजनीति के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया है.