Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव 25 नवंबर को होना है. ऐसे में राजनीतिक दलों के दिग्गज नेता राजस्थान पहुंचकर चुनावी सभा कर रहे हैं. राजनीतिक पार्टियों के नेता लगातार जनता से मिल रहे हैं और चुनाव में जीत पक्की करने करने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच बीजेपी के कई दिग्गज नेता राजस्थान पहुंचे हैं और वह लगातार चुनावी प्रचार प्रसार कर रहे हैं. बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजस्थान के दौसा पहुंचे. जेपी नड्डा ने दौसा में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और राजस्थान की जनता से वोट की अपील की. उन्होंने एबीपी न्यूज को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है.


एबीपी न्यूज को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि बीजेपी को राजस्थान की जनता से बहुत उम्मीदें हैं और राजस्थान ने भी मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि कारण दो है एक जनकल्याणकारी योजनाएं जो पीएम मोदी की तरफ जमीन पर उतारी गई और आम आदमी को इसका लाभ पहुंचा. तो वहीं दूसरा गहलोत सरकार की भ्रष्टाचार, नियत में खोट, विभाजन करके राजनीति करना, तुष्टिकरण करना, ध्रुवीकरण करना, भ्रष्टाचार कारण, किसानों के साथ धोखा देना और महिलाओं का उत्पीड़न. यही सारी चीज इतनी हुई है कि उससे लोग तंग हो चुके हैं. इसलिए गहलोत सरकार का जाना और बीजेपी को लाना राजस्थान की जनता का मन है. 



एबीपी से बातचीत कर क्या बोले जेपी नड्डा


दरअसल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा चुनाव प्रचार को लेकर राजस्थान के दौसा पहुंचे हैं. जहां उन्होंने एबीपी न्यूज के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. जेपी नड्डा ने कहा, ''कांग्रेस को लोगों ने देख लिया है वह डिफाल्टर हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन कुर्की गई है. कांग्रेस ने महिलाओं के सशक्तिकरण की बात कही थी लेकिन आपने महिलाओं को कुछ नहीं दिया. इसलिए कांग्रेस की स्कीम्स के प्रति लोगों का विश्वास ही नहीं है. इसलिए जब मोदी जी कहते हैं तो यह मोदी की गारंटी है.''


जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस तीन दिन पहले मेनिफेस्टो लाती है. इसलिए कांग्रेस पार्टी को कोई सीरियसली नहीं लेता है. उनकी गारंटी को लोग सीरियसली नहीं लेता है. जेपी नड्डा ने कर्नाटक की बात करते हुए कहा कि कर्नाटक में लोग कांग्रेस को खोज रहे हैं. उनको हिमाचल प्रदेश के लोग भी खोज रहे हैं. जेपी नड्डा ने कहा, ''हमेशा चुनाव स्ट्रेटजी से ही लड़ते हैं. कई राज्य में हम चेहरा देते हैं. कई राज्यों में चेहरा नहीं देते हैं और सबके लिए खास प्लान होता है.'' उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता के लिए भी हम खास प्लान बनाते हैं. नेताओं के लिए भी खास प्लान बनता है और चर्चा करके प्लान बनाते हैं.


कांग्रेस अपना मेंटल बैलेंस खो चुकी है-जेपी नड्डा


पीएम मोदी पर किए गए पर्सनल अटैक पर बात करते हुए जेपी नड्डा ने कहा, "कांग्रेस अपना मेंटल बैलेंस खो चुकी है. जिसको कहते हैं वह आज फ्रस्ट्रेटेड पॉलिटिकल पार्टी की तरह बिहेव कर रही है. वो बिलो दी बेल्ट हिट करना और बहुत नीचे स्तर पर जाना जो उनकी पार्टी का ग्लोरियस इतिहास रहा है. उसके बारे में बहुत कुछ बताता है. जब उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके नेता इस तरह के वक्तव्य देते हैं तो यही पता चलता है कि वह अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं." जेपी नड्डा ने कहा, ''राजस्थान की जनता बहुत जागरूक है और जनता को खूब अच्छे से मालूम है कि कौन उनके साथ छलावा कर रहा है. इसके साथ ही कहा कि जब जनता के साथ छलावा होता है तो जाहिर सी बात है कि जनता अपने लिए विकल्प खोजती है."


जेपी नड्डा ने पूछा अशोक गहलोत क्या बोलते हैं क्या उनको खुद पर विश्वास है. क्या हमारी सरकार ने 13 करोड़ लोगों गरीबी रेखा से ऊपर उठा दिया कि नहीं. उज्जवला योजना में 9:30 करोड़ बहनों को सिलेंडर दिया गया यह मुद्दा नहीं है क्या? 20 लाख मकान राजस्थान के लिए यह मुद्दा नहीं है क्या? यह गरीबों का मुद्दा नहीं है क्या? आयुष्मान योजना को पहले राजस्थान में रोकने का प्रयास किया गया यह मुद्दा नहीं है क्या? रामनवमी की यात्रा तुम रुको. कावड़ यात्रा आप रोको और पीएफआई को भाषण देने दो. उनको जुलूस निकालने दो. आप लोगों को गुमराह करो और हम बात भी ना करें.


बीजेपी की जीत 2013 से बड़ी होगी-जेपी नड्डा


जेपी नड्डा ने कहा कि कहीं संविधान में नहीं लिखा है कि धर्म के आधार पर आरक्षण किया जाएगा लेकिन मुसलमानों के लिए आप आरक्षण की बात करते हैं, जबकि आप जानते है कि धर्म के आधार पर संविधान में आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है. इसलिए यह आपकी नीयत में खोट को दिखाता है. जो मेनिफेस्टो में है उसे हम पूरा लागू करेंगे और जो मुख्यमंत्री बनेगा वह प्रायोरिटी तय करेगा और जैसा मैंने पहले ही किया सबका साथ सबका विश्वास इस उद्देश्य को लेकर हम आगे चलेंगे. प्रदेश का सीएम कौन होगा यह तो समय बता देगा और यह एक प्रक्रिया है. हमारे यहां फैसला सामूहिक रूप से लिए जाते हैं. फैसला ज्यादा से ज्यादा 15 से 20 मिनट में हो जाते हैं. दूसरा विधायक दल का मत लिया जाएगा पार्लियामेंट्री बोर्ड में सारी चीज होती हैं हमारी जीत 2013 से बड़ी जीत होगी.


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