राजस्थान विधानसभा के चुनाव कुछ महीनों के बाद होने वाले है. सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ प्रशासन भी चुनाव की तैयारियों में जुट गया है. आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव में कानून व्यवस्था बनाये रखने एवं शांतिपूर्ण निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा की अध्यक्षता में हरियाणा के सीमावर्ती के जिलों के पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीसी के जरिये बैठक आयोजित की गई.
इस मौके पर संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने कहा कि विधानसभा 2023 के आम चुनाव को देखते हुए अंतर्राज्यीय जिलों के अधिकारी चुनाव के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों की पूर्ण पालना कर निष्पक्ष पारदर्शी एवं भयमुक्त मतदान के साथ कानून व्यवस्था को मजबूत करने में अपना पूर्ण सहयोग करेंगे. संभागीय आयुक्त ने हरियाणा के नूहं-मेवात जिले के  प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से संयुक्त खुफिया जानकारी साझा करने के साथ ही सीमा पर विभिन्न संदिग्ध वाहनों व हथियारों का आवागमन पर रोक लगाने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये. उन्होंने चुनाव के मद्देनजर सीमावर्ती जिलों के ब्लॉक स्तरीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक करने का सुझाव दिया.


पुलिस महानिरीक्षक भरतपुर रेंज रुपिंदर सिंह ने कहा कि सीमावर्ती जिलों में ऐसे सक्रिय गैंग जो आपराधिक वारदातों एवं घटनाओं को अंजाम देने के बाद सीमा पार कर जाते हैं उन पर पूरी निगरानी रखी जाये. आईजी ने सीमावर्ती क्षेत्रों के वारंटी, हिस्ट्रीशीटर, असामाजिक तत्वों एवं आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की सूचनाओं का आदान-प्रदान करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की सूची तैयार कर साझा करें जो प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं, ताकि संबंधित पर निगरानी रखी जा सके. उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय शराब माफिया, हथियार माफिया एवं अधिक कैश का लेनदेन करने वाले व्यक्तियों पर निगरानी रखने के भी निर्देश दिये.


फरीदाबाद के संभागीय आयुक्त विकास यादव ने कहा कि राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सीमावर्ती जिलों के अधिकारी निरंतर संवाद बनाए रखकर कार्य करेंगे. उन्होंने विश्वास दिलाया कि चुनाव के दौरान हरियाणा राज्य के सीमावर्ती जिलों में भी पूरी सतर्कता बरती जायेगी. आईजी रेवाड़ी ने सीमावर्ती क्षेत्रों में निवासरत हिस्ट्रीशीटर एवं अपराधियों को चिन्हित कर जिला प्रशासनिक अधिकारियों एवं जिला पुलिस अधिकारियों के साथ आपसी समन्वय बनाकर अपराधियों पर संयुक्त रूप से नाकाबंदी के साथ लगाम लगाने के लिए तंत्र को मजबूत करने का सुझाव दिया.


अंतर्राज्यीय अधिकारियों की बैठक में लिए निर्णय 
 भरतपुर संभाग के अधिकारियों की अंतर्राज्यीय के अधिकारियों के साथ बैठक कर  निर्णय लिए गये है. आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, एक्ससाईज एक्ट में कार्यवाही कर अपराधियों में भय पैदा करने, संवेदनशील एवं हॉटस्पॉट स्थानों को चिन्हित कर उन पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने, सूचना के त्वरित आदान-प्रदान के लिए प्रत्येक स्तर पर सोशल मीडिया ग्रुप बनवाने, ऐसे संदिग्ध तत्व जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं जिनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है की सूची बनवाने, एक्ससाईज व पुलिस अधिकारियों की निरंतर गस्त, असामाजिक तत्वों के आने - जाने एवं सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनवाने, वाहन चैकिंग के लिए चेक पोस्ट बनवाने, अवैध व नकली मदिरा, शराब वितरण, अवैध हथियार, नकदी एवं गुण्डा तत्वों पर रोकथाम के संबंध में निर्णय लिये गये.


बैठक में आईजी भरतपुर रूपिन्दर सिंघ, संभागीय आयुक्त फरीदाबाद विकास यादव, आईजी रेवाडी राजेन्द्र कुमार, जिला कलक्टर भरतपुर लोकबंधु, जिला कलक्टर डीग शरद मेहरा, एसपी डीग ब्रजेश ज्योति उपाध्याय, जिला कलक्टर नूहं धीरेन्द्र खडगरा, एसपी नूहं नरेन्द्र बिजरानिया सहित संबंधित अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े.


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