Udaipur Brahman Samaj Mahapanchayat: राजस्थान विधानसभा चुनाव में महज कुछ ही समय रह गया है, चुनाव के लिए उम्मीदवारों का सोमवार (30 अक्टूबर) से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई. इस चुनावी मौसम में अभी भी कई समाज और वर्ग अपनी मांगों को लेकर राजनीतिक पार्टियों को चेतावनी दे रहे हैं. इसी क्रम में ब्राह्मण समाज की उदयपुर में महापंचायत हुई, जिसमें राजनीतिक दलों को चेतावनी देते हुए कहा कि समाज का वोट उसे मिलेगा जो समाज के हक की बात करेगा. इस दौरान सभी से सौ फीसदी मतदान करने की भी लोगों से अपील गई. 


मंच पर एक बार फिर साधु और संतो के सानिध्य में समाज के सभी नेता एक जाजम पर बैठे नजर आए. विप्र सेना प्रमुख सुनील तिवारी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले कई वर्षों से जब भी किसी पुजारी, ब्राह्मण के साथ अत्याचार होता हुआ देख सूचना मिलने पर हमने न्याय के लिए धरना दिया, प्रर्दशन किया. न्याय के लिए आज भी हमे सिर्फ आश्वाशन के अलावा कुछ नहीं मिला और राजनैतिक दलों ने सिर्फ समाज को अपना वोट बैंक समझा है. विप्र सेना प्रमुख ने दोनों राजनैतिक दलों को मंच से चेतावनी देते हुए कहा कि हम आचार्य चाणक्य के वंशज हैं. अगर समाज की मांगों को लेकर अभी भी आप नहीं सावधान हुए, इस बार समाज अपनी ताकत दिखाएगा.


'करेंगे सौ फीसदी मतदान'
विप्र सेना प्रमुख सुनील तिवारी ने आगे कहा कि सौ फीसदी ऐतिहासिक मतदान करेंगे और समाज के हक की बात करने वालों के पक्ष में ही करेंगे. चाहे वो किसी भी दल का हो. जहां समाज का प्रत्याशी नहीं होगा, वहां भी हमारे समाज के हक की बात करने वाले प्रत्याशी के समर्थन में मतदान समाज करेगा और यह निर्णय पूरे समाज का होगा. राजनीतिक दलों में समाज की भागीदारी कम हो गई है. जो चिंता का विषय है जिसके लिए एकजुट होकर फैसला लिया है. 


'पूरे प्रदेश से पधारे समाज के लोग'
इस दौरान संतों ने संबोधित करते हुए कहा कि ब्राह्मण ने सदैव देश और समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की नीति पर कार्य किया है और आगे भी समाज ऐसे ही पीड़ित वर्ग के न्याय के लिए कार्य करता रहेगा. विप्र सेना प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने बताया की राजस्थान के विभिन्न हिस्सों से पधारे विप्र बंधु 600 से ज्यादा वाहनों से सभा स्थल पहुंचे हैं. 


क्या है सभा की मुख्य मांग?
- ईडब्ल्यूएस आरक्षण को 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी किया जाए और इसमें सभी विसंगतियों को दूर कर इसे सरल करते हुए पंचायती राज में भी लागू करें. 
- पण्डित पुजारी संरक्षण एक्ट बनाया जाए
- विप्र आयोग का घटन किया जाए.
- मन्दिर माफी की जमीनों पर अवैध अतिक्रमण को हटाकर पुजारी के साथ मारपीट गैर जमानती अपराध घोषित हो.
- सनातन संस्कृति के संरक्षण के सनातन बोर्ड बनें.


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