Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए जनसभाओं और रैलियों का दौर गुरुवार को थम गया. उम्मीदवार अब घर-घर जाकर ही मतदाताओं से अपील करेंगे. राज्य में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी में माना जा रहा है. कांग्रेस ने अपने चुनाव प्रचार अभियान को मुख्य रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के कामों, उसकी योजनाओं और कार्यक्रमों पर केंद्रित किया. जहां कांग्रेस ने घोषणा पत्र में सात महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा की है, वहीं भाजपा राज्य में अपराध, तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार और पेपर लीक जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर हमलावर रही है.
किस पार्टी से किसने संभाली चुनावी बागडोर?
कांग्रेस की ओर से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अन्य नेताओं ने कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया. भाजपा के प्रचार अभियान की बागडोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभाली. उन्होंने बीते कई दिनों में अनेक जगह जनसभाएं कीं. उन्होंने बीकानेर और जयपुर में रोड शो भी किया. इसी तरह भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और राजनाथ सिंह ने भी कई जनसभाएं कीं.
200 में से 199 विधानसभा सीटों पर होगा मतदान
राज्य में 200 विधानसभा सीट हैं, लेकिन करणपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर का निधन हो गया है जिसके कारण 199 सीटों पर मतदान होगा. निर्वाचन आयोग के एक बयान के अनुसार राज्य के 199 विधानसभा क्षेत्रों में 25 नवंबर को मतदान होगा, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. विधानसभा क्षेत्रों में कुल 51,507 मतदान केंद्र और 5,26,90,146 मतदाता हैं. राज्य में 18-30 आयु वर्ग के 1,70,99,334 युवा मतदाता हैं, जिनमें 18-19 आयु वर्ग के 22,61,008 नए मतदाता शामिल हैं.
जानें कैसी हैं तैयारियां और क्या कहते हैं आंकड़े
राजस्थान में कुल 36,101 स्थानों पर मतदान केंद्र बनाए गए हैं. कुल 10,501 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्र में और 41,006 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं. कुल 26,393 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग करवाई जाएगी. जिला स्तरीय ‘कंट्रोल रूम’ से इन मतदान केंद्रों पर निगरानी की जाएगी. राज्य भर में 65,277 ‘बैलट यूनिट’, 62,372 ‘कंट्रोल यूनिट’ और 67,580 ‘वीवीपैट मशीनें रिजर्व मतदान कार्य में उपयोग लाई जाएंगी. आयोग ने बताया कि विधानसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए 6,287 ‘माइक्रो ऑब्जर्वर’ और 6247 ‘सेक्टर’ अधिकारी नियुक्त किए गए हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 2,74,846 मतदान कर्मी मतदान संपन्न कराएंगे. उनका कहना था कि 7960 महिला मतदानकर्मी महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों पर और 796 दिव्यांग मतदान कार्मिक दिव्यांग प्रबंधित मतदान केंद्रों पर कमान संभालेंगे. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए कुल 1,02,290 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. उनके अनुसार कुल 69,114 पुलिस कर्मी, 32,876 राजस्थान होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड और आरएसी जवानों का बल तैनात किया गया है और सीएपीएफ की 700 कंपनिंयां तैनात की गई हैं. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए मतदान वाले दिन निगरानी के लिए हर विधानसभा में 3 फ्लाइंग स्क्वॉड, 3 एसएसटी दल तैनात रहेंगे.