Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में इस साल विधानसभा का चुनाव होने वाला है. इसे लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. चुनावी रणनीति पर काम करने के लिए कांग्रेस के राजस्थान संगठन में सोमवार को बड़ा बदलाव किया गया. सोमवार शाम को कांग्रेस की ओर से 25 जिलों के नए जिलाध्यक्षों की घोषणा की गई. ध्यान देने वाली बात ये है कि इसमें एक भी महिला नेता को जगह नहीं मिली है. 


इस कार्यकारिणी के गठन की बात करें तो 80 फीसदी पदाधिकारी सीएम अशोक गहलोत के समर्थक हैं. इससे चुनावी साल में गहलोत खेमे के संगठन पर दबदबे के तौर पर देखा जा रहा है. संगठन में सचिन पायलट के समर्थकों को जगह मिली है लेकिन उनका अनुपात काफी कम है. इसमें प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासारा भी अपने समर्थकों को संगठन में पद दिलाने में सफल हुए. 


इन पायलट नेताओं को नहीं मिली जगह


सचिन पायलट समर्थक प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, महासचिव रहे वेदप्रकाश सोलंकी, सचिव रहे महेंद्र सिंह खेड़ी, गजेंद्र सांखला, रवि पटेल को नई कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली है. 


बता दें कि सचिन पायलट समर्थक वेद सोलंकी को महासचिव पद से हटाया गया. चाकसू से पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी पायलट के समर्थन में बयानबाजी करते रहे थे. उन्होंने सरकार पर सवाल भी उठाए थे. उन्हें महासचिव के पद से हटा दिया गया, जबकि पिछली कार्यकारिणी में उन्हें प्रदेश महासचिव बनाया गया था. 


वहीं इन पायलट समर्थकों को मिली जगह


वहीं 10 महासचिव पायलट समर्थक हैं. सचिन पायलट के समर्थकों में राकेश पारीक, महेंद्र सिंह गुर्जर, प्रशांत शर्मा, इंद्राज गुर्जर, राजेंद्र शर्मा, मुकेश भाकर, राजेश चौधरी, सुरेश मिश्रा, संजय जाटव और सोना देवी बावरी को महासचिव बनाया गया है.  


संगठन में बदलाव पर एक नजर


राजस्थान में कांग्रेस ने 21 उपाध्यक्ष, 49 महासचिव, 121 सचिव बनाए हैं. साथ ही 121 सचिवों के साथ 25 जिलों में नए जिला अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. लंबे समय से ये नियुक्तियां लंबित थीं. जुलाई 2020 में सचिन पायलट को अध्‍यक्ष पद से हटाया गया था, जिसके बाद पहली बार इतनी संख्‍या में संगठन में बदलाव किया गया है. इस टीम के साथ कांग्रेस चुनावी मैदान में उतरेगी. 


इसे भी पढ़ें: Rajasthan Elections: क्या राष्ट्रीय महासचिव बनेंगे सचिन पायलट? टीम खरगे में होंगे शामिल, टॉप 35 में बना लेंगे जगह