Rajasthan Election 2023: 'कोई माई का लाल...' प्रत्याशी और MLA के बीच जुबानी जंग, चित्तोड़गढ़ में खुद ही खुद से लड़ती BJP
Election 2023: चित्तौड़गढ़ में टिकट कटने के बाद विधायक चंद्रभान सिंह आक्या विरोध में उतरे हुए हैं. वहीं इसी चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट से पूर्व में विधायक रहे नरपत सिंह राजवी बीजेपी के प्रत्याशी हैं.
Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं. प्रदेश में नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत भी हो चुकी है. यहां ज्यादातर प्रत्याशी तीन या चार नवंबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. इन सबके बीच राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर शब्दों के वार भी कर रही हैं, लेकिन मेवाड़ (Mewar) की राजधानी रही चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) से बीजेपी (BJP) उमीदावार यहां के अपनी ही पार्टी के विधायक पर वार कर रहे हैं. पूर्व विधायक रहे और अभी चित्तौड़गढ़ से बीजेपी प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी (Narpat Singh Rajvi) ने विधायक चंद्रभान सिंह आक्या (Chandrabhan Singh Aakya) पर जुबानी हमला बोला है.
टिकट कटने के चलते विधायक चंद्रभान सिंह आक्या विरोध में उतरे हुए हैं. वहीं टिकट मिलने के 10 दिन बाद चित्तौड़गढ़ पहुंचे नरपत सिंह राजवी ने अपनी ही पार्टी के विधायक को चेतावनी दे दी. नरपत सिंह राजवी उदयपुर पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इसके बाद राजवी ने चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर पर माथा टेका और आजोलिया स्थित एक कार्यक्रम में गए. वहां उन्होंने कहा "मैं यहां से विधायक था, लेकिन पार्टी के हित में मैंने ये सीट छोड़ी थी. न विरोध किया, न कभी पार्टी के निर्णय के खिलाफ आवाज उठाई. उन्हें थोड़ा सोचना चाहिए, उनको तैयार करने वाला भी मैं ही हूं. मैं कालिका माता और सांवरा सेठ के आशीर्वाद से यहां आया हूं. सभी के पाप का घड़ा फूटेगा."
विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटा गया
नरपत सिंह राजवी ने ये बातें बिना किसी का नाम लिए कहीं, लेकिन लोग इसे चंद्रभान सिंह आक्या से जोड़कर देख रहे हैं. इसके बाद उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में किए गए कार्यों के बारे में बताते हुए चेतावनी तक दे दी. उन्होंने कहा कि कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ है, जो मुझ पर एक पैसे का लांछन लगा सके. बता दें कि 21 अक्टूबर को बीजेपी की दूसरी सूची जारी की गई थी. सूची में बीजेपी ने चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट से लगातार दो बार के विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटते हुए इस सीट से पूर्व में विधायक रहे नरपत सिंह राजवी को प्रत्याशी बनाया. इसके बाद से आक्या बैठकें करते हुए इसका विरोध कर रहे हैं. वो ये कह भी चुके हैं कि कुछ भी हो मैं चुनाव लडूंगा. अब नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैं. इस दौरान स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि आक्या पार्टी से बगावत कर बागी होंगे या पार्टी को समर्थन देंगे.