Rajasthan Assembly Elections 2023:  राजस्थान में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसको लेकर भाजपा कांग्रेस सहित स्थानीय पार्टियां भी अपने क्षेत्र में जोर आजमाइश कर रहे हैं. इसी बीच में आदिवासी क्षेत्र में सबसे चर्चित भारतीय ट्राइबल पार्टी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने उदयपुर संभाग के ट्राइबल क्षेत्र डूंगरपुर में हुई सभा में भाषण में कहा कि बीटीपी यानी भारतीय ट्राइबल पार्टी के भविष्य को लेकर बात कही. अब उसे कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए. उनके ऐसा कहने पर चारों तरफ चर्चाएं जोरों पर है. उन्होंने अपने संबोधन में अपनी योजनाओं का गुणगान करने के साथ ही बीजेपी पर भी कई वार किए.

 

'बीटीपी का ट्राइबल क्षेत्र में अस्तित्व क्या है'

भारतीय ट्राइबल पार्टी गुजरात के ट्राइबल क्षेत्र और उदयपुर संभाग के जनजाति क्षेत्र में है. इसके राजस्थान विधानसभा में दो विधायक हैं. चर्चा है कि पहले भारतीय ट्राइबल पार्टी का जनजाति क्षेत्र में काफी वर्चस्व हुआ करता था, लेकिन अब आदिवासी समाज ने नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है. इसके बाद बीटीपी का अस्तित्व खतरे में आ रहा है. हालांकि बीटीपी के पदाधिकारी प्रदेश के विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार उतारकर चुनाव लड़ने का दावा कर चुके है.

 

स्थानीय लोगों में चर्चाएं हैं कि बीटीपी के अस्तित्व का एक बड़ा उदाहरण यह भी है कि भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायक ने अब बीटीपी से दूरियां बना ली हैं. ऐसे में अब आदिवासी समाज से बनाई जाने वाली नई पार्टी ऊपर उठ रही है. इसका उदाहरण यह भी है कि कुछ माह पहले हुए छात्रसंघ चुनाव में भी आदिवासी समाज के द्वारा उतारी गई पार्टी के स्टूडेंट लीडर ने बीजेपी की एबीवीपी और कांग्रेस के एनएसयूआई विंग को पछाड़ते हुए बढ़त बनाई थी.

 

'बीटीपी को कांग्रेस में मर्ज हो जाना चाहिए'

डूंगरपुर जिले ने सभा के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आपके यहां के बीटीपी के 2 विधायकों ने संकट के वक्त हमारा साथ दिया, यह में स्वीकार करता हूं. उनको मैंने समझाया कि आपकी पार्टी का भविष्य कहां है. बीटीपी के राष्ट्रीय नेता छोटू भाई गुजरात में खुद चुनाव हार गए. उनको समझना चाहिए कांग्रेस की विचारधारा देश की विचारधारा है. उनको कांग्रेस में मर्ज होना चाहिए. उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी तोड़ने का काम कर रही है. जहां बीजेपी की सरकार नहीं है वहां केंद्र की एजेंसियों का प्रयोग किया जा रहा है और सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है. 

 

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