Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में कुछ महीनों के बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस पार्टी जिताने के लिए पुरजोर कोशिश में जुटे हैं. यही कारण है कि सीएम गहलोत का जिले में 6 महीनों में यह सातवां दौरा है. अभी 7 दिन पहले ही  मुख्यमंत्री भरतपुर जिले की नगर विधानसभा क्षेत्र के सीकरी कस्बे में किसानों की सभा को संबोधित किया था. वहीं अब सीएम 23 जून को डीग-कुम्हेर आ रहे हैं.


साल  2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को भरतपुर जिले की सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था, इसलिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों का भरतपुर संभाग पर ज्यादा फोकस है. बीजेपी चाहती है कैसे भी कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगनी है और कांग्रेस पार्टी चाहती है की पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग में अपनी बादशाहत कायम रहे. 


23 जून को है सीएम का दौरा
भरतपुर की राजनीति पूर्व राजपरिवार के सदस्य एवं कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र के साथ ही करवट लेती है. भरतपुर जिला जाट बाहुल्य जिला है. भरतपुर एकमात्र जाट रियासत होने के कारण राजपरिवार के प्रति लोगों में आज भी वही सम्मान है जो रियासत काल में होता था.  भरतपुर के कद्दावर नेता माने जाने वाले विश्वेन्द्र सिंह का जन्मदिन 23 जून को है. विश्वेन्द्र सिंह भरतपुर जिले की कुम्हेर-डीग विधानसभा से लगातार दो बार विधानसभा का चुनाव जीतकर सरकार में कैबिनेट मंत्री बने हैं. 


डीग को नया जिला बनाने के बाद पहला दौरा 
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में नए जिलों की घोषणा की थी, उनमें भरतपुर के डीग को भी नया जिला बनाया गया है. नया जिला बनाने के बाद मुख्यमंत्री डीग में पहली बार आ रहे है. मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के जन्मदिन के अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुम्हेर थाना क्षेत्र के सेंत में जनसभा को सम्बोधित करेंगे और महंगाई राहत शिविर का अवलोकन भी करेंगे. 


मंत्री ने सभा स्थल का किया अवलोकन 
वहीं सीएम के दौरे से पहले विश्वेंद्र सिंह ने आज कुम्हेर थाना क्षेत्र के सेंत पहुंचे और सभा स्थल का जायजा लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए. प्रशासन और पुलिस प्रशासन मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर तैयारियों में लग गया है. सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सभा स्थल पर बेरिकेडिंग और वाहनों की पार्किंग को लेकर स्थान चिन्हित किए गए है.


ये भी पढ़ें


Rajasthan Election 2023: राजस्थान की ऐसी विधानसभा सीट जिसे 2003 से कांग्रेस नहीं कर पाई फतह, ऐसे हैं सियासी समीकरण