Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के पांच महिने रह गए हैं. ऐसे में कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) दोनों प्रमुख पार्टियां हर एक विधानसभा सीट पर जातिगत समीकरण के आधार पर अपनी तैयारी में जुटे हुए हैं. ऐसा ही जातिगत समीकरण मेवाड़ के चित्तौड़गढ़ जिले में देखने को मिला है. यहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने जाट समुदाय को प्रमुखता दी है. 


दोनों ही पार्टियों के जिला अध्यक्ष जाट समुदाय से बना दिए गए हैं. हालांकि कांग्रेस पार्टी में तो इसका विरोध हुआ था, लेकिन बीजेपी में अब तक ऐसा कुछ सामने नहीं आया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के निर्देशानुसार, पांच जिलों के जिलाध्यक्षों की सूची जारी की. इस सूची में चित्तौड़गढ़ में जिला अध्यक्ष पद पर मिट्ठू लाल जाट को बैठाया गया है. खास बात यह है कि 10 दिन पहले ही कांग्रेस ने एक साथ 25 जिलाध्यक्षों की सूची जारी की थी. 


 जाट समुदाय रखता है काफी मायनें
इसमें भेरूलाल चौधरी को चित्तौड़गढ़ कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बनाया था. चर्चा है कि कांग्रेस के जिलाध्यक्ष की घोषणा के बाद बीजेपी ने भी जातिगत समीकरण को देखते हुए जाट समुदाय से जिलाध्यक्ष घोषित किया है, क्योंकि चित्तौड़गढ़ में चुनाव में जाट समुदाय काफी मायने रखता है. चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से ही चर्चा चलने लगी थी कि पार्टी यहां जिलाध्यक्ष बदलेगी. क्योंकि साढ़े तीन साल से बड़ी सादड़ी के पूर्व विधायक गौतम दक यहां के जिलाध्यक्ष थे और उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था.


ऐसे में चर्चाएं थी की मिट्ठू लाल जाट को जिलाध्यक्ष बनाया जाएगा. क्योंकि वो प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के करीबी माने जाते हैं. मिट्ठू लाल जाट सरपंच, जिला परिषद सदस्य, उपजिला प्रमुख और जाट समाज से जिलाध्यक्ष रह चुके हैं. इसलिए भी उनका जिलाध्यक्ष बनना तय माना जा रहा था.


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