Rajasthan Assembly Elections 2023: कांग्रेस (Congress) ने मगंलवार की रात राजस्थान चुनाव के लिए उमीदवारों की दो नई सूचियां जारी की. नई सूचियों के आने के बाद से कई जगहों पर बगावत शुरू हो गई है. इतना ही नहीं जिन उमीदवारों को टिकट नहीं मिला, उनके समर्थक धरना प्रदर्शन और नेतृत्व के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. मंगलवार रात कांग्रेस की नई लिस्ट सामने आते ही सबसे पहले बाड़मेर (Barmer) में बवाल शुरू हो गया. 


दरअसल, कांग्रेस ने जो लिस्ट जारी की उसमें पार्टी ने बाड़मेर की शिव सीट से अमीन खान को उम्मीदवार बनाया है, जबकि  पार्टी के जिला अध्यक्ष फतेह खान उमीद कर रहे थे कि इस सीट से उन्हें टिकट दिया जाएगा. फतेह खान को टिकट न मिलने के बाद उनके समर्थकों ने मंगलवार रात ही सड़क पर प्रदर्शन कर पुतला फूंका और नारेबाजी की. वहीं फतेह खान ने कहा है कि वो समर्थकों से मीटिंग कर आगे की रणनीति तय करेंगे.



सीकर में भी कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ विरोध
वहीं सीकर में भी कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ विरोध देखने को मिला. सीकर जिले की खंडेला सीट से सुभाष मील टिकट की आस लगाए बैठे थे. सुभाष मील को टिकट नहीं मिला तो मंगलवार रात को ही सैकड़ों समर्थक उनके घर पहुंच गए. यही नहीं बुधवार सुबह होते होते टिकट का ये विवाद झालावाड़ जिले तक पहुंच गया. यहां की मनोहर थाना सीट से कांग्रेस ने नेमीचंद मीणा को टिकट दिया है. नेमीचंद मीणा को टिकट मिलने के बाद कैलाश मीणा बागी हो गए हैं.


कांग्रेस ने अब तक 156 उम्मीदवार किए घोषित
कैलाश मीणा के सैकड़ों समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं और टिकट बदलने की मांग कर रहे हैं. बता दें अब तक कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पांच सूचियां जारी की हैं. मंगलवार को 56 उम्मीदवार की चौथी सूची और फिर पांच उम्मीदवारों की पांचवी सूची भी जारी कर दी. कांग्रेस ने अब तक 156 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं. कहा ये भी जा रहा है कि उमीदवारों के चयन में सीएम गललोत की चल रही है.


इन नेताओं को अब तक टिकट नहीं
कांग्रेस ने मंगलवार को उमीदवारों की जो दो सूचियां जारी की, उसमें घोषित किए गए 61 उम्मीदवारों में से 51 सीएम गहलोत के कैंप से हैं. वहीं पायलट कैंप के सात लोगों को टिकट मिला है, जबकि तीन उम्मीदवार दिल्ली कोटे से टिकट पाने में सफल रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच बड़ी बात ये है कि मंगलवार को घोषित दोनों लिस्टों में सीएम गहलोत के तीन वफादार नेताओं शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ को टिकट नहीं दिया गया.


सियासी गलियारों में इस बात कि चर्चा जोरों पर है कि सीएम गहलोत अपने इन तीनों वफादार नेताओं का टिकट दिलाने का पूरा प्रायस कर रहे हैं,  लेकिन आलाकमान पिछले साल की बातें भूल नहीं रहा और यही वजह है कि इन लोगों के नाम अब तक फाइनल नहीं हो पाए हैं. वहीं राजस्थान चुनाव के नामांकन दाखिल करने के लिए भी अब केवल पांच दिन बचे हैं.


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