Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी बदलते रहे, लेकिन पार्टी की सेहत पर खासा असर नहीं हुआ. जब 17 अगस्त 2020 को अजय माकन को राजस्थान का कांग्रेस प्रभारी बनाया गया था, तो दावे बड़े-बड़े किए गए. अजय माकन के जाने के बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा आए, उन्हें भी महीनों बीत गया है. इन सबके बीच बड़ी बात यह रही कि राजस्थान कांग्रेस कमेटी 26 जिलों में अध्यक्ष नहीं बना पाई है, जबकि लिस्ट आने की चर्चा और इसके बाद दावे सब चलते रहे.


अब फिर कहा जा रहा है कि जल्द ही लिस्ट आ जाएगी. इसकी राजनीतिक मुनादी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही करने की तैयारी थी. पार्टी की तरफ से कहा जा रहा था कि सब कुछ यहां दुरुस्त हो जाएगा. उसके बाद यहां पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, अभी भी कोई उम्मीद नहीं है कि कब कांग्रेस जिला अध्यक्षों की लिस्ट आएगी? क्योंकि निवर्तमान अध्यक्ष के मन में भी ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है कि कैसे अपने लोगों को काम दें और उनसे कैसे काम लें. इसके साथ ही, आगे की रणनीति उनके साथ कैसे तैयार करें. इसे लेकर सब कुछ साफ नहीं है. अब कांग्रेस के ही लोग दबी जुबान प्रभारियों से सवाल करने लगे हैं.


12 साल से हैं जिलाध्यक्ष, बोले- 'बहुत हुई देर'
प्रतापगढ़ जिले के कांग्रेस जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह का कहना है कि अब अगर कांग्रेस अध्यक्षों की नई लिस्ट लाती है तो बहुत देर हो चुकी है. उनका कहना है कि उनके जिले में 110 के आसपास कार्यकारिणी में सदस्य हैं. उनका यह भी कहना है कि अब बहुत देर हो गई है, इसे बहुत पहले कर लेना चाहिए था.  


जिलाध्यक्षों को चुनाव से पहले बदला जाए या बाद में बदला जाए, इसका कोई बड़ा असर नहीं पड़ने वाला है. उन्होंने कहा कि बदलाव तो पहले होना था, इतनी देर कैसे हो गई? उन्हें इस बात का कोई अंदाजा भी नहीं है. भानु प्रताप सिंह ने कहा कि हम भी सुन रहे हैं कि पार्टी बहुत जल्द जिला अध्यक्षों की सूची जारी करने वाली है.


जल्द जारी होगी लिस्ट
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी का कहना है कि जल्द ही कांग्रेस जिलाध्यक्षों की सूची आ जाएगी. बाकी सभी तो काम कर ही रहे हैं. निवर्तमान अध्यक्ष भी कार्य कर रहे हैं.


यह भी पढ़ें: Rajasthan News: गहलोत सरकार के 'महंगाई राहत' कैंप के पोस्टर-बैनर बने आकर्षण का केंद्र, जानें ऐसा क्या है खास