राजस्थान सरकार में 20 सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष डॉ चंद्रभान सिंह आज दो दिवसीय दौरे पर भरतपुर पहुंचे. जहां उन्होंने मीडिया से वार्ता करते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया कि कर्नाटक और हिमाचल के चुनाव की हार के बाद बीजेपी विचलित हो चुकी है और यही वजह है कि राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी हार का डर बीजेपी को सता रहा है. 

 

भारतीय जनता पार्टी की हार के डर से बीजेपी के राष्ट्रीय नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजस्थान में चुनावी मैदान में कूदना पड़ा है. जब उनसे पूछा गया कि राजस्थान में किसके चेहरे पर चुनाव लड़ा जायेगा.

 

अशोक गहलोत या सचिन पायलट तो उन्होंने कहा कि विधानसभा का चुनाव कांग्रेस के चेहरे पर लड़ा जायेगा, कांग्रेस में अमूमन ऐसा होता है कि विधानसभा चुनाव के बाद विधायक दल की बैठक होती है जिसमें विधायकों द्वारा ही मुख्यमंत्री चुना जाता है मगर बीजेपी में पहले से ही मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की परंपरा रही है लेकिन इस बार बीजेपी भी राजस्थान में सीएम चेहरा घोषित करने में गफलत में पड़ी हुई है. आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार तय है. 

 

कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर काफी समय से चल रही आपसी गुटबाजी और घमासान को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी नेता मिलकर विधानसभा 2023 का चुनाव लड़ेंगे और चुनाव जीतने के बाद विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित होता है. जब उनसे पूछा गुर्जर मतदाता नाराज है तो उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में नहीं है कि गुर्जर समाज नाराज है मगर यहां सभी जातियों धर्मों के लोग होते हैं और सभी को साथ लेकर कांग्रेस चलती है . 

 

बीजेपी को हार का सता रहा डर 

बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने कहा कि मुख्यमंत्री की जनकल्याणकारी योजनाएं सरकार की उपलब्धियों की बात करें तो सवाल यह आता है, सरकार ने जनता के लिए क्या किया. विकास के कार्यों को आधार बनाएंगे और जनकल्याण की योजनाओं की ओर देखेंगे. इतनी बड़ी राहत कांग्रेस ने जनता को दी है. चाहे वह कोरोना में हो या फ्लेगशिप योजनाओं के माध्यम से दी हो, ऐसा पहले नहीं हुआ.

 

पूरे देश में इतनी अच्छी योजनाएं नहीं हुई की, जिसमें आम आदमी का विशेष ध्यान रखा जाए. बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व के पदाधिकारी द्वारा राजस्थान में की जा रही ताबड़तोड़ रैलियों को लेकर कांग्रेस का आरोप है कि राजस्थान खिसकता हुआ नजर आ रहा है इसलिए बीजेपी के नेता रैली कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी हिमाचल और कर्नाटक चुनाव की हार के बाद विचलित हो चुकी है और यही वजह है कि राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी हार का डर बीजेपी को सता रहा है. भारतीय जनता पार्टी  के राष्ट्रीय नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजस्थान में चुनाव प्रचार के लिए कूदना पड़ा है.