Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान में विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत (Dipendra Singh Shekhawat) ने अब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है. इससे पहले कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी (Hemaram Choudhary) और भरतसिंह कुंदनपुर (Bharat Singh Kundanpur) भी ऐसी ही घोषणा कर चुके हैं. शेखावत सचिन पायलट (Sachin Pilot) गुट के माने जाते हैं. वो विधानसभा में सीकर जिले की श्रीमाधोपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. शेखावत 72 साल के हैं.


पहले किन विधायकों ने की है ऐसी घोषणा 


दीपेंद्र शेखावत की इस घोषणा से पहले अशोक गहलोत सरकार में वन मंत्री और बाड़मेर की गुड़ामालानी विधानसभा सीट के विधायक हेमाराम चौधरी और कोटा के सांगोद विधानसभा सीट के विधायक  भरतपुर सिंह कुंदनपुर भी चुनाव न लड़ने का ऐलान कर चुके हैं.


शेखावत ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक बयान जारी अपने विधानसभा क्षेत्र श्रीमाधोपुर की जनता का आभार जताया. शेखावत ने कहा है कि जनता ने मेरा समय-समय पर साथ और समर्थन किया है जिसके लिए मैं सदैव उनका आभारी रहूंगा.उन्होंने लिखा कि पिछले दो साल से स्वास्थ्य खराब होने के कारण मैं आप लोगों के बीच उपस्थित नहीं रह पाया हूं और अब मैं चार-पांच महीने के लिए विधायक हूं तो जनता के बीच रहूंगा.इसके बाद चुनावों को लेकर आचार संहिता लग जाएगी, ऐसे में आप लोग मुझे बहुमत से चुनाव जिताने की बात कर रहे हैं,पर अब मैं आगे चुनाव नहीं लड़ूंगा.


क्या बेटे के लिए साफ कर रहे हैं रास्ता


शेखावत की इस घोषणा के बाज श्रीमाधोपुर विधानसभा सीट पर अब उनके बेटे बालेंदु सिंह के चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो गई है. बालेन्दु सिंह शेखावत भी सचिन पायलट के करीबी हैं.वहीं बीते दिनों पायलट ने दीपेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी.दीपेंद्र सिंह शेखावत ने 2018 के विधानसभा चुनाव में श्रीमाधोपुर सीट पर 10 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी. उन्होंने तत्कालीन विधायक और बीजेपी उम्मीदवार झाबर सिंह खर्रा को हराया था. 


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