Rajasthan Elections: कोटा दक्षिण विधानसभा सीट...जहां परिसीमन के बाद लगातार हारी कांग्रेस, क्या हैं यहां के समीकरण?
Kota South Assembly Seat: कोटा दक्षिण विधानसभा सीट पर साल 2008 से लगातार बीजेपी जीत रही है. 2008 में इस सीट पर बीजेपी की टिकट पर वर्तमान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी.
Kota South Assembly Seat: राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों को अब कुछ ही महीने का समय बचा है. बात अगर कोटा जिले की करें तो कोटा में विधानसभा की 6 सीटें आती हैं, जिसमें पीपल्दा (187), सांगोद (188), कोटा उत्तर (189), कोटा दक्षिण (190), लाडपुरा (191), रामगंजमंडी (192) शामिल हैं. इन विधानसभाओं में तीन सीटें बीजेपी के पास हैं और तीन सीटें कांग्रेस के पास हैं. कोटा दक्षिण, रामगंजमंडी और लाडपुरा विधानसभा सीट बीजेपी के पास है जबकि कोटा उत्तर, पीपल्दा और सांगोद सीट कांग्रेस के पास है. कोटा उत्तर से यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, सांगोद से पूर्व मंत्री भरत सिंह और पीपल्दा से पूर्व मंत्री राम नारायण मीणा विधायक हैं जो कांग्रेस पार्टी से आते हैं जबकि पूर्व मंत्री व बीजेपी के प्रदेश मंत्री रामगंजमंडी, लाडपुरा से बीजेपी की कल्पना देवी और कोटा दक्षिण से बीतेपी के संदीप शर्मा विधायक हैं. संदीप शर्मा इस सीट से दो बार जीत चुके हैं.
कोटा दक्षिण बीजेपी का गढ़, 2008 के बाद अब तक नहीं जीत पाई कांग्रेस
साल 2008 में परिसीमन के बाद कोटा दक्षिण सीट से लगातार बीजेपी जीतकर आ रही है. सर्व प्रथम वर्तमान में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला यहां से विधायक का चुनाव लड़े जिन्होंने पूर्व मंत्री रामकिशन वर्मा को हराया. बिरला ने वर्ष 2008 में बीजेपी से इस सीट पर चुनाव लड़ा उन्हें यहां 54 प्रतिशत वोट मिले और कुल 74381 वोट मिले जबकि प्रतिद्वंदी कांग्रेस के रामकिशन वर्मा को 37 प्रतिशत वोट मिले और 50129 वोट उनके खाते में आए. ऐसे में ओम बिरला ने रामकिशन वर्मा को वर्ष 2008 में 24252 वोटों से हराया. इसी तरह उन्होंने वर्ष 2013 में कांग्रेस के पंकज मेहता को 49439 वोटों से हराया था. वर्ष 2013 में कुल 220999 मतदाता इस सीट से थे. 161055 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. बीजेपी के ओम बिरला को 103369 वोट मिले जबकी कांग्रेस के पंकज मेहता को 53930 वोट मिले. ओम बिरला ने उन्हें बड़े अंतर से हराया था. बीजेपी को 63 प्रतिशत वोट मिले जबकी कांग्रेस को महज 32 प्रतिशत वोट ही मिल सके. इस सीट पर हमेशा से ही कांग्रेस और बीजेपी में सीधा मुकाबला होता है.
ओम बिरला बने सांसद तो संदीप शर्मा ने जीता उपचुनाव
ओम बिरला ने साल 2013 में कोटा दक्षिण से विधायकी का चुनाव बड़े अंतर से जीता था. इसके बाद जब उन्हें कोटा बूंदी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिला और उन्होंने इज्यराज सिंह को हरा दिया जो पूर्व में सांसद थे. बिरला के सांसद बनने के बाद जब कोटा दक्षिण सीट खाली हो गई तो बीजेपी ने इस सीट पर 2014 में हुए उपचुनाव में संदीप शर्मा को मौका दिया जिन्होंने शिवकांत नंदवाना को शिकस्त दी. संदीप शर्मा ने इस सीट पर 25707 वोटों से जीत दर्ज की थी.
2018 में भी रहा बीजेपी का कब्जा मगर वोट प्रतिशत खिसका
ओम बिरला कोटा दक्षिण सीट पर दो बार बड़े अंतर से जीते लेकिन उनके लोकसभा चाने के बाद इस सीट पर लगातार बीजेपी का वोट शेयर गिरता चला गया. 2018 में बीजेपी बहुत की कम मार्जिन से यहां चुनाव जीती थी. वर्ष 2018 में संदीप शर्मा को 82739 वोट मिले जबकी कांग्रेस की राखी गौतम को 75205 वोट मिले. संदीप शर्मा महज 7534 वोटों से ही जीत दर्ज कर सके. संदीप शर्मा को 49 प्रतिशत वोट मिले तो राखी गौतम को 44.15 प्रतिशत वोट मिले. 2013 की तुलना में बीजेपी का वोट प्रतिशत 14 प्रतिशत घट गया. वर्तमान में यहां से संदीप शर्मा दूसरी बार विजयी हुए हैं.
ब्राह्मण बहुल्य विधानसभा है कोटा दक्षिण
कोटा दक्षिण विधानसभा (190) ब्राह्मण बहुल्य है. इसमें अनुमानित 40 से 45 हजार ब्राह्मण वोटर्स हैं. इस कारण बीजेपी ने दो बार से संदीप शर्मा को ही टिकट दिया और कांग्रेस ने भी शिवकांत नंदवाना और राखी गौतम को टिकट दिया. इसके अलावा, जैन, वैश्य, गुर्जर, मुस्लिम, राजपूत, धाकड भी इस क्षेत्र में पर्याप्त हैं.
यह भी पढ़ें: Rajasthan Election 2023: कांग्रेस को झटका लगने के बाद एक्टिव हुए रंधावा, आगे न हो नुकसान इसलिए बनाया ये प्लान