Rajasthan Assembly Election 2023 News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बाकी है. प्रदेशभर में चुनावी माहौल रंगत में रंगने लगा है. प्रदेशभर में होर्डिंग पोस्टर लग रहे हैं. ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी का एक पोस्टर विवादों में गिर गया है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से चलाए जा रहे. चुनावी कैंपेन "नहीं सहेगा राजस्थान" में किसान की पीड़ा को बताने वाले पोस्टर में रामदेवरा के किसान माधोराम जयपाल का फोटो लगाया गया है.


यह पोस्टर जैसे ही लगे तो किसान ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसान ने कहा कि बीजेपी मुझे बदनाम करने लगी है. झूठे दावे कर भाजपा लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है. माधोराम ने कहा कि मेरा फोटो हटाओ नहीं तो मामला दर्ज करवाया जाएगा.


पोस्टर लगने के बाद विवाद भी बढ़ गया
राजस्थान में जैसलमेर सहित कई जिलों में बीजेपी के किसान की जमीन नीलामी वाले पोस्टर लगे हैं. यह पोस्टर लगने के बाद विवाद भी बढ़ गया है. क्योंकि रामदेवरा के माधोराम जयपाल का होर्डिंग पर फोटो लगाया गया है. ऐसे में माधोराम का दावा है कि मेरी ना कोई जमीन नीलाम हुई है ना मुझ पर कोई कर्ज है बीजेपी किसानों को झूठा बदनाम करने में लगी है. यह पोस्टर लगे हुए हैं और जिसके कारण हमारी बदनामी हो रही है माधोराम ने कहा कि इस पोस्टर में मेरा फ़ोटो मेरी बिना अनुमति के लगाया गया है. और झूठा लगाया गया है.




इजाजत के बिना मेरा फोटो पोस्टर में लगाया गया है
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की ओर से नहीं सहेगा राजस्थान अभियान चलाया जा रहा है. कुछ दिनों पहले अभियान में बीजेपी ने किसानों की समस्याओं से जुड़ा एक पोस्टर जारी किया था. पोस्टर पर लिखा था कि 19 हजार से अधिक किसानों की जमीन नीलाम नहीं सहेगा राजस्थान इस पोस्टर पर एक किसान का फोटो भी लगा है. इस किसान ने दावा किया है कि मेरी इजाजत के बिना मेरा फोटो पोस्टर में लगाया गया है. किसान का यह भी कहना है कि उस पर न तो कोई कर्ज है. और ना ही उसकी जमीन नीलाम हुई है. किसान ने दावा किया है कि वो 200 बीघा जमीन का मालिक है.


बीजेपी के बैनर पर लगा फोटो किसान माधवराम जयपाल का है
यह मामला तब खुला जब बीजेपी की ओर से नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत किसानों से जुड़ी परेशानियों का पोस्टर जैसलमेर में लगाया गया. इस दौरान पता चला कि मामला जैसलमेर जिले के रामदेवरा का है. यहां रिखियों की ढाणी में रहने वाले किसान माधवराम जयपाल (70) वर्षीय का कहना है कि बीजेपी के बैनर पर लगा फोटो उसका है. उन्होंने बताया कि गांव में एक युवक ने उन्हें बैनर पर फोटो लगी होने के बारे में जानकारी दी थी.


कोई तो सबूत होंगे
रामदेवरा के रहने वाले किसान माधवराम का कहना है कि मेरी फोटो बिना वजह लगा दी गई है. मुझसे पूछा भी नहीं गया मेरे ऊपर कोई कर्ज नहीं है. इस फोटो को हटाओ अगर मेरी जमीन नीलाम होती या मेरे ऊपर कर्ज होता तो सरकार कर्ज माफी करती या जमीन दबाएगी. मैं भारतीय जनता पार्टी वालों को नहीं जानता, ना ही मैंने कोई लोन लिया है. हां मेरी केसीसी ली हुई है. कोई मुझे कुछ मांग रहा है. तो फोटो छापे लेकिन कुछ है ही नहीं तो क्यों छाप. किसी के पास कोई तो सबूत होंगे जो साबित करें कि मेरी जमीन नीलाम हुई है.


'किसान की फोटो प्रतीकात्मक है'
भारतीय जनता पार्टी की ओर से कहा जा रहा है कि नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत किसने की पीड़ा वाले पोस्ट में बिना अनुमति के फोटो लगा दी गई है. यह मामला सामने आया है, लेकिन हमने पोस्टर में यह नहीं बताया है कि यह किसान कर्जदार है. किसान की फोटो प्रतीकात्मक है.


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