Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान के कोटा जिले की 6 विधानसभा सीटों में से लाडपुरा विधानसभा पिछले चार बार से बीजेपी के पास रही है. वहीं पिछले चार बार हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक ही परिवार के लोगों को इस सीट पर मौका दिया है और उसे हर बार हार का सामना करना पड़ा. लाडपुरा विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला रोचक हो गया है, क्योंकि बीजेपी के पूर्व विधायक व संसदीय सचिव भवानी सिंह ने निर्दलीय नामांकन भरकर अपनी ही पार्टी को संकट में डाल दिया है. 


इस मामले में भवानी सिंह राजावत ने कहा कि लाडपुरा में महारानी राजपरिवार से आती हैं, इसलिए आम कार्यकर्ता उनके महलों तक नहीं पहुंच पाता और पूरे पांच साल कार्यकर्ताओं की पूछ परख नहीं हुई और उन्हें तवज्जो नहीं मिली. इस वजह से कार्यकर्ताओं की मांग पर मैं ने नामांकन दाखिल किया है. जब उनसे पूछा गया कि क्या वह नामांकन वापस नहीं लेंगे? तो उन्होंने जवाब दिया कि इस पर विचार करेंगे. यदि शीर्ष नेतृत्व आग्रह करता है तो उस पर विचार किया जाएगा. हालांकि राजावत इससे पूर्व साल 2018 में हुए चुनाव में भी निर्दलीय खड़े हो गए थे और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कहने पर नाम वापस ले लिया था. 


कांग्रेस प्रत्याशी का पायलट खेमा कर रहा विरोध
लाडपुरा सीट से कांग्रेस की बात करें तो यहां से नईमुद्दीन गुड्डू को प्रत्याशी बनाया है. नईमुद्दीन गुडडू यहां से तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं. वह दो बार भवानी सिंह राजावत से हार चुके हैं, जबकि एक बार कल्पना देवी से उनकी पत्नी को हार का सामना करना पड़ा. एक बार फिर से पार्टी ने नईमुद्दीन गुड्डू को टिकट दिया है. हालांकि उनको दोबार प्रत्याशी बनाए जाने पर कांग्रेस ने कुछ नेताओं में नाराजगी देखने को मिली. सचिन पायलट खेमे से आने वाले शिवराज गुंजल ने इसका जोरदार विरोध किया है, उन्होंने दावा किया कि इस बार भी कांग्रेस को यहां से हार का सामना करना पड़ेगा.


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