राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन हो चुके हैं और आज यानी 9 नवंबर को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है. आज 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. टिकट नहीं मिलने से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बागी प्रत्याशियों ने निर्दलीय या अन्य पार्टियों के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. पार्टियों के बड़े नेताओं ने बागी प्रत्याशियों को मनाने का प्रयास किया है. आज नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है और कितने प्रत्याशियों को पार्टिया मना पाई हैं यह देखने वाली बात होगी कि कौन-कौन नामांकन वापस लेता है.
भरतपुर विधानसभा सीट पर गिरधारी तिवारी बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय मैदान में हैं और उन्होंने हाल ही में सर्व समाज की बैठक कर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. गिरधारी तिवारी का कहना है की उनके साथ भारतीय जनता पार्टी ने धोखा किया है और उन्हें टिकट देने का आश्वासन दिया था, लेकिन आखिरी समय पर टिकट उन्हें न देकर विजय बंसल को दिया गया है. उनका कहना है कि अब सर्व समाज ने निर्णय लिया है कि उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए इसलिए वो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
कहीं त्रिकोणीय तो कहीं चतुर्कोणीय मुकाबला बना रहे बागी
भरतपुर विधानसभा सीट पर गिरधारी तिवारी बीजेपी और कांग्रेस समर्थित रालोद के प्रत्याशी डॉ. सुभाष गर्ग के लिए मुश्किल खड़ी करेंगे. भरतपुर विधानसभा सीट पर अब चतुर्कोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. यहां बहुजन समाज पार्टी से गिरीश चौधरी भी मैदान में हैं. गिरीश चौधरी भी कांग्रेस के बागी प्रत्याशी हैं, दोनों पार्टियों के बागी ही बीजेपी और कांग्रेस का गणित बिगाड़ रहे हैं.
वहीं जिले की बयाना विधानसभा सीट पर कांग्रेस से साल 2018 में जीतकर विधायक बने अमर सिंह जाटव पर फिर भरोसा जताया गया है और उन्हें एक बार फिर टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. साल 2018 में अमर सिंह जाटव ने बीजेपी प्रत्याशी ऋतू बनावत को हराया था. अबकी बार बीजेपी ने ऋतु बनावत का टिकट काटकर साल 2013 के बीजेपी विधायक बने बच्चू बंशीवाल को टिकट देकर मैदान में उतारा है. ऋतू बनावत बीजेपी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. बयाना में अब बीजेपी, कांग्रेस और निर्दलीय ऋतू बनावत के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा.
क्या बड़े दलों के चाणक्य भेद पाएंगे बागियों का चक्रव्यूह?
डीग जिले की नगर विधानसभा सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबला बीजेपी के बागी नेम सिंह फौजदार आजाद समाज पार्टी से चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी ने नगर विधानसभा सीट पर जवाहर सिंह बेढ़म को मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने 2018 में बसपा से जीतकर कांग्रेस में आए विधायक वाजिब अली को टिकट देकर मैदान में उतारा है, तो बीजेपी के किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रहे नेम सिंह फौजदार आजाद समाज पार्टी से चुनाव लड़ रहे है. आज नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है, अब देखने वाली बात यह है की क्या बीजेपी और कांग्रेस के चाणक्य बने बड़े नेता बागियों को मनाने में सफल हो पाएंगे या फिर बागी प्रत्याशी चुनावी मैदान में ही पार्टियों का गणित बिगाड़ेंगे?