Rajasthan Elections 2023: मदन दिलावर की BJP प्रदेश कार्यकारिणी से छुट्टी, वसुंधरा राजे को साधने और पार्टी में संतुलन बनाने की कोशिश
Rajasthan Elections 2023: जेपी नड्डा ने नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की है, जिसमें किसी को बाहर किया तो किसी को प्रवेश दिया है. साथ ही इसके जरिए वसुंधरा राजे को साधने का भी प्रयास किया गया है.
Rajasthan Assembly Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की है, जिसमें हाड़ौती संभाग से किसी को बाहर किया तो किसी को प्रवेश दिया, लेकिन जानकार कह रहे हैं, इसके जरिए पार्टी वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) को साधने और उनके विरोधियों को दूर करने का प्रयास किया है. इसके साथ ही पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में संतुलन बनाने का भी प्रयास कर रही है.
इस कारण नई कार्यकारिणी में लोगों नई जिम्मेदारियां सौंपी गई है. वहीं कोटा (Kota) की रामगंजमंडी विधानसभा सीट से विधायक और पूर्व मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) को महामंत्री पद से हटा दिया है. उनकी जगह नए चेहरे को मौका दिया गया है. मदन दिलावर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के विरोधी माने जाते रहे हैं, और हाड़ौती संभाग में वसुंधरा राजे का बडा कद है. इसी के चलते बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व ने उनको साधने का प्रयास भी किया है. राजस्थान में कोटा संभाग ऐसा है, जहां वसुंधरा राजे की मजबूत पकड़ है.
विवादों में रहने वालों से किनारा कर रही पार्टी
उन्होंने चुनाव में कोटा जिला, झालावाड और बूंदी में अच्छी सीटें जीती थीं. वहीं जब उनके नेतृत्व में राजस्थान सरकार चल रही थी, तो उस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप किया और 25 की 25 सीट जीतकर पार्टी को दी. ऐसे में जब विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, तो पार्टी वैसे ही नेताओं को साधने की कोशिश और विवादों में रहने वालों से किनारा कर रही है. बता दें नई कार्यकारिणी में कोटा जिले से हीरालाल नागर को प्रदेश मंत्री बनाया गया है. वहीं मदन दिलावर की प्रदेश कार्यकारिणी से छुट्टी होने के कई मायने हैं. ऐसा वसुंधरा को तवज्जो दी जा रही है. साथ ही पार्टी अब प्रदेश में संतुलन बनाने का भी प्रयास कर रही है.
साथ ही बीजेपी अपनी इस कार्यकारिणी द्वारा सभी क्षेत्रों और जातियों को साधने की भी कोशिश की है. साथ ही जो लोग विवादों में रहे हैं, ऐसे लोगों को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जिसमें मदन दिलावर शामिल हैं. मदन दिलावर कई बार अपने विवादित और अमर्यादित बयानों से चर्चा में रहते हैं. पार्टी को इससे नुकसान होता है. ऐसे में मदन दिलावर को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. वसुंधरा राजे भी कोटा संभाग से आती हैं. ऐसे में पार्टी ने इस कार्यकारिणी के जरिए कोटा संभाग सहित प्रदेश में सुंतुलन बनाने की कोशिश की है.