Rajasthan Election 2023: इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बहुजन समाज पार्टी ने राजस्थान में ताल ठोका. सबसे पहले 3 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया. धौलपुर, नदबई और नगर विधानसभा सीट के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी की. साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बीएसपी को 6 सीटों पर जीत मिली थी. पिछले कुछ दिनों से बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार अशोक गहलोत सरकार पर हमलावर हैं.
बसपा वनावी रणनीति के राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में गांव-गांव और घर-घर जाने की तैयारी में है. बसपा दलित वोटर्स पर अपना पूरा फोकस भी कर रही है. उन सभी सीटों पर बसपा पूरा फोकस कर रही है जहां पर कांग्रेस 'न्यूनतम आय गारण्टी योजना' का पूरा लाभ लेने की तैयारी में है.
मायावती ने बीते दिनों गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले न्यूनतम आय गारण्टी योजना आदि की घोषणा करना यह जनहित का कम तथा इनके राजनीतिक स्वार्थ का फैसला ज्यादा. इससे गरीब जनता को तुरन्त राहत मिलना मुश्किल, फिर भी केवल प्रचार पर सरकारी धन का भारी खर्च करना क्या उचित? वैसे तो गहलोत सरकार अपने पूरे कार्यकाल कुंभकर्ण की नींद सोती रही और आपसी राजनीतिक उठापटक में ही उलझी रही, वरना जनहित व जनकल्याण से जुड़े अनेकों कार्य प्रदेश की जनता की गरीबी, बेरोजगारी, उनके पिछड़ेपन व तंगी के हालात के कारण सरकार द्वारा काफी पहले ही शुरू कर देना जरूरी था.
60 सीटों पर लड़ने की तैयारी
राजस्थान में बसपा 60 विधानसभा सीटों पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी में है. ये वो सीटें हैं जहां पर कांग्रेस का कभी गढ़ हुआ करता था. राजस्थान लगभग 39 सीटें अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए सुरक्षित हैं. उन सभी सीटों पर बसपा का पूरा फोकस है. पिछले कई महीनों से बसपा के लोग वहां पर कार्यक्रम कर रहे हैं.