Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को दो दिन रह गए हैं. आज यानी गुरुवारो को प्रचार का अंतिम दिन है. उदयपुर में 10 नवंबर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा से चुनावी सभाओं का शंखनाद हुआ था. फिर दीपावली के बाद भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस, दोनों पार्टियों के दिग्गजों की एक के बाद एक सभाएं होती रहीं. मेवाड़-वागड़ की 28 सीटों को साधने के लिए दोनों पार्टियों के दिग्गज पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, सीएम अशोक गहलोत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभाएं की.


विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हो रही इन सभाओं में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गजों के निशाने पर कांग्रेस सरकार में हुआ अपराध और भ्रष्टाचार रहा तो वहीं कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी, अडानी और जातिगत जनगणना को लेकर बीजेपी को जमकर घेरा. जानिए किसके भाषण में क्या प्रमुख बाते रहीं.


पीएम नरेंद्र मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 नवंबर से चुनावी सभाओं का शंखनाद किया था. उदयपुर में उन्होंने कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार, महिला अपराध, आदिवासियों की उपेक्षा, पेपर लीक जैसे मुद्दों को लेकर घेरा. पीएम मोदी ने अपनी सभाओं में चुनौती दी थी कि भ्रष्टाचार में लिप्त छोटी से बड़ी मछली ही नहीं मगरमच्छ को भी नहीं छोड़ा जाएगा. 


योगी आदित्यनाथ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजस्थान में बीजेपी के स्टार प्रचारक रहे. योगी ने 21 नवंबर को मेवाड़ वागड़ में एक ही दिन ने 3 सभाएं कीं. इसमें मुख्य रूप से कांग्रेस के समय हुई आतंकवाद की घटनाओं का जिक्र किया गया और नए भारत (कोई छेड़ता हैं तो छोड़ता नहीं) को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा गया. उनके संबोधन राजस्थान में महिला अपराध, पेपर लीक पर केंद्रित रहे. साथ ही जनवरी में अयोध्या राम मंदिर आने का न्योता भी उन्होंने दिया. 


रक्षामंत्री राजनाथ सिंह: बीजेपी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने 22 नवंबर को उदयपुर में दो जगह सभाएं कीं. सभा के दौरान दिए भाषण में मुख्य रूप से महिला अपराध और महिला सुरक्षा पर गहलोत सरकार पर वो बरसे. साथ ही पेपर लीक में तो उन्होंने चुनौती दे डाली. राजनाथ ने कांग्रेस को पार्टी के भीतर हो रही कलह को लेकर भी घेरा.


राहुल गांधी: राहुल गांधी की उदयपुर में 21 नवंबर को हुई सभा में वह ज्यादातर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही बरसते रहे. उनके भाषण में मुख्य रूप से जातिगत जनगणना रही. उन्होंने राजस्थान में जातिगत जनगणना कराने की बात की. साथ ही विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की हार को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर विवादित टिप्पणी भी उन्होंने इस दौरान दी. अडानी को लेकर भी कई आरोप राहुल गांधी ने लगाए. 


प्रियंका गांधी: सागवाड़ा में 17 नवंबर को सभा करते हुए प्रियंका गांधी ने आगाज किया, जिसमें शुरुआत हिंदू कार्ड से की और राम राम सा बोला फिर गायत्री मंत्र का उच्चारण भी किया. प्रियंका गांधी ने अपने भाषण के केंद्र में मोदी सरकार को ही रखा. उन्होंने बीजेपी पर महंगाई, धर्म के नाम पर राजनीति और अडानी के साथ संबंधों को लेकर आरोप लगाए. 


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत: राजस्थान के मुखिया अशोक गहलोत ने मेवाड़ वागड़ में लगातार दौरे किए. उन्होंने अपने भाषण में अपने द्वारा दी गई गारंटियों का गुणगान किया. साथ ही हर जगह प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी पर अलग-अलग मुद्दों को लेकर निशाना साधा. यही नहीं ईडी की कार्रवाई पर भी वो लगातार मुखर रहे. गहलोत ने इस दौरान कहा कि वोटिंग के बाद मोदी-शाह 5 साल राजस्थान में नहीं दिखाई देंगे.


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