Rajasthan Elections 2023: देवस्थान विभाग द्वारा सावन माह के सोमवार को प्रदेश में लगभग 44 शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक कराये जा रहे हैं. जयपुर, जोधपुर और उदयपुर संभाग में देवस्थान विभाग द्वारा गुरुवार को भरतपुर में देव दर्शन पदयात्रा शुरू हुई जिसमें राजस्थान की कांग्रेस सरकार में देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत और तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने भाग लिया. देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत गोपाल जी को गोद में लेकर देव दर्शन पदयात्रा की.  
   
देवस्थान विभाग द्वारा देव दर्शन पदयात्रा का आयोजन किया गया है. देवदर्शन पदयात्रा शहर के सिरकी वाले हनुमान मंदिर से शुरू होकर अटल बंद चौराहे से होते हुए राधारमण मंदिर,गंगा मंदिर होते हुए प्राचीन मंदिर बिहारी जी पर जाकर महाआरती के साथ सम्पन्न हुई. देवदर्शन पदयात्रा में राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग जमकर झूमे. 


क्यों निकल रहे हैं देव दर्शन पदयात्रा 


मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि देव दर्शन यात्रा विगत जनवरी से ही चल रही है. देव दर्शन पद यात्रा की सभी को जानकारी देते हैं. देवदर्शन यात्रा के जरिए हमारे देवस्थान विभाग के कौन-कौन से प्राचीन मंदिर हैं और उनका इतिहास क्या है. इतिहास के बारे में लोगों को जानकारी मिले. जयपुर, जोधपुर, उदयपुर के बाद अब भरतपुर में देव दर्शन पदयात्रा कर रहे हैं. हनुमानजी का जन्मदिन  भी मनाया गया. सुन्दरकाण्ड के पाठ किये गये. नवरात्रों में रामायण पाठ किये गए. जो भी त्यौहार आते हैं उस पर प्रोग्राम करते हैं अभी सावन मास चल रहा है तो रुद्राभिषेक भी चल रहे है.  


क्या कहना है मंत्री का?    


कांग्रेस सरकार की मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही देवी-देवताओं को मानती है और हिंदुत्व क्या होता है. हम ही तो हिंदुस्तानी हैं. सभी हिंदुस्तानी हैं. कांग्रेस पार्टी प्राचीन काल से जो देश हित में काम किये हैं. वल्लभभाई पटेल, जवाहर लाल नेहरू,  इंदिरा गांधी ने हिंदुस्तान को वर्ल्ड में पहचान दिलाई. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा.


मंत्री शकुंतला रावत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या बीजेपी ने भगवान राम या देवी-देवता का कॉन्ट्रैक्ट ले रखा है.  क्या वाल्मीकि ऋषि से पहले बीजेपी थी. ईश्वर किसी पार्टी विशेष का नहीं होता है बल्कि ईश्वर एक शक्ति है और हर धर्म में इंसान का सिर झुकता है.


हमारा भारत देश धर्मनिरपेक्ष देश है जहां अनेकता में भी एकता है. राजस्थान में हर 50 किलोमीटर की दूरी पर भाषा, बोली और पहनावा बदल जाता है.  फिलहाल राजस्थान में बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनके लिए कोई मुद्दा ही नहीं छोड़ा है.  जब बजट पेश हुआ तो बीजेपी के विधायक भी कुर्सी पर चढ़कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बधाई दे रहे थे.  


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