Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में इसी साल 2023 में विधानसभा चुनाव हैं. अपनी सत्ता हासिल करने के लिए सभी पार्टियां एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं, लेकिन कांग्रेस पर संकट गहरा रहा है. क्योंकि कांग्रेस पार्टी में एकतरफा वोट करने के लिए माने जाने वाला मुस्लिम समाज अब उसके विरोध में है. बड़ी बात तो यह है कि मुस्लिम समाज के कांग्रेसी नेताओं ने नई पार्टी बनाने तक के संकेत दे दिए हैं. यह सब चल रहा है राजस्थान की राजनीति में महत्वपूर्ण माने जाने वाले मेवाड़ क्षेत्र में, जहां से विधानसभा में 28 सीटें हैं. 


मुस्लिम समाज के कांग्रेसी नेताओं का विरोध के पीछे कारण है, उनकी अपनी मांगें. इसको लेकर कुछ दिन पहले मुस्लिम नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास के घर पहुंचे थे और अपनी मांगें रखी थीं. वहीं, अब समाज के सभी लोग नेताओं के साथ कांग्रेस के उदयपुर जिला कार्यकारी अध्यक्ष गोपाल शर्मा के पास पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया. जानते हैं क्या है मांग और क्या दिए संकेत.


दो मांगों को लेकर विरोध में समाज
पहली मांग- उदयपुर का मुख्य सूरजपोल चौराहा हाल ही में नवनिर्मित हुआ है. यहां पर सभी धर्मों की तस्वीरें लगी हुई हैं. कुछ दिन पहले कांग्रेस के ही नेताओं ने जो कि शहर पार्षद थे, उन्होंने सूरजपोल चौराहे पर खड़े होकर विरोध किया था. विरोध यह था कि सभी धर्मों की लगी तस्वीरों के बीच अरबी भाषा में कुछ लिखावट की तस्वीर लगी है, इसे हटाया जाए. कांग्रेस के पार्षदों के विरोध पर भाजपा के बोर्ड पर की नगर निगम ने वह तस्वीर कार्रवाई करते हुए हटा दी. जो मुस्लिम समाज के कांग्रेसी नेता विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि कांग्रेसी नेताओं ने ही माशा अल्लाह लिखी हुई तस्वीर को हटवा दिया. मांग की कि उन पार्षदों को पार्टी से निष्कासित किया जाए.


दूसरी मांग- मुस्लिम समाज के नेताओं ने दूसरी मांग यह रखेगी समाज कांग्रेस को एकतरफा वोट देता है. इसके बाद भी आलाकमान ने मुस्लिम समाज को दरकिनार किया हुआ है. उदयपुर में या कहे मेवाड़ में मुस्लिम समाज का कोई भी नेता किसी भी पद पर नहीं है. उन्होंने मांग की है कि या तो उदयपुर में खाली पड़े जिलाध्यक्ष के पद पर समाज का कोई व्यक्ति लगे या फिर आगामी विधानसभा में विधायक उम्मीदवार के रूप में समाज के व्यक्ति को टिकट भेजा.


समाज कांग्रेस का बंधुआ नहीं
उदयपुर जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रियाज हुसैन ने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस पार्टी द्वारा अल्पसंख्यकों पर दोहरापन अपनाया जा रहा है. इसको लेकर जिला अध्यक्ष को ज्ञापन दिया है. उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम समाज वह समाज है जो कांग्रेस पार्टी को एकमुश्त वोट देता है. वहीं, दूसरे समाज के लोग पार्टी को काफी कम वोट हैं, फिर भी उस समाज के नेता ऊंचे पदों पर बैठे हुए हैं. 


अल्पसंख्यकों को कांग्रेस ने ऐसा कुछ नहीं दिया कि हम समाज को दिखाएं कि कांग्रेस हमें तवज्जो दे रही है. इसी को लेकर हमने अध्यक्ष को बताया है कि चुनाव से पहले समाज को विधानसभा में टिकट या फिर जिला अधक्ष पद नहीं दिया गया तो निश्चित रूप से हम आगे की रणनीति तैयार करेंगे. ऐसा नहीं है कि मुस्लिम समाज कांग्रेस का पूरी तरह से बंधुआ है. 


जैसा कि सभी को पता है कि चुनाव में आप और एआईएमआईएम जैसी पार्टी अभी उतर रही है, तो हम नहीं चाहते हैं कि कांग्रेस को किसी भी तरह का नुकसान हो. हम कांग्रेस पार्टी नहीं, कांग्रेस के उन नेताओं के खिलाफ हैं जो हमारा भला नहीं सोच रहे हैं.


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