Rajasthan Election 2023: सीपी जोशी की टीम में उदयपुर के किसी नेता को नहीं मिली जगह, क्या टिकट दावेदारों की होड़ है वजह
Rajasthan Election 2023 News: ऐसी चर्चाएं है कि गुलाबचंद कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद BJP की हालत उदयपुर में कमजोर हुई है.यहां कोई बड़ा चेहरा नहीं है और दूसरा जगह लेने के लिए दावेदारों में होड़ है.
Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में करीब पांच माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. इसकी तैयारियां हर पार्टी जोर-शोर से कर रही है. इसी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) के नेतृत्व में विजयी संकल्प टीम की हाल ही में घोषणा की है. इसमें 11 उपाध्यक्ष, पांच महामंत्री, 11 मंत्री और एक कोषाध्यक्ष और एक सह कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं. बड़ी बात तो यह है कि मेवाड़ के उदयपुर जिले के किसी नेता को इस सूची में जगह नहीं मिली है. इस सूची में उदयपुर संभाग के डूंगरपुर से पूर्व विधायक चुन्नीलाल गरासिया को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसके बाद चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि मेवाड़ की 28 सीटों पर नजर बनाए रखने वाली पार्टी ने उदयपुर से किसी को आगे क्यों नहीं किया. ऐसा नहीं है कि उदयपुर में चेहरे थे लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया.
उदयपुर में दावेदारों की होड़
राजस्थान में सभी को खबर है कि उदयपुर के गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाए जाने के बाद बीजेपी की हालत डगमगाई हुई है. एक तो यहां कोई बड़ा चेहरा नहीं है और दूसरा जगह लेने के लिए दावेदारों में होड़ है. हालांकि ऐसा नहीं है कि जो विजय संकल्प टीम बनी है उसके काबिल लोग उदयपुर में नहीं हैं. यहां भी ऐसे चेहरे हैं जिन्हें आगे लाया जा सकता था, लेकिन नहीं लाया गया. चर्चा है कि इस प्रदेश कार्यकारिणी के लिए उदयपुर से भी नाम थे जो योग्यता भी रखते हैं और तजुर्बा भी.लेकिन महामहिम गुलाब चंद कटारिया के जाने के बाद दावेदारों की संख्या बढ़ गई है.सभी एक दूसरे की टांग खिंचाई में लगे हुए हैं. यही वजह है कि प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने एक बार फिर पूर्व विधायक चुन्नीलाल गरासिया को मौका दिया और उदयपुर से किसी को जगह प्रदेश कार्यकारीणी में नहीं मिली है.
सार्वजनिक मंच से खींचतान की चर्चा
उदयपुर में विधायक पद के कई दावेदार सामने आ चुके हैं. सभी अंदर ही अंदर अपनी दावेदारी जता भी रहे हैं. इसी कारण आपसी खींचतान चल रही है. यह सार्वजनिक मंच पर भी सामने आ चुकी है. गत दिनों महामहिम गुलाब चंद कटारिया उदयपुर आए थे.एक कार्यक्रम में उदयपुर सांसद अर्जुन लाल मीणा ने कहा था कि दावेदारी के लिए आपसी खींचतान से पार्टी को नुकसान होगा. इस पर महामहिम कटारिया से कहा था कि आप कुछ करो नहीं ऐसा न हो कि उदयपुर हाथ से खो दें.
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