उदयपुर में पिछले वर्ष 28 जून को कन्हैयालाल नृशंस हत्याकांड हुआ था. इसकी गूंज उदयपुर या राजस्थान ही नहीं देश-विदेश तक गूंजी थी. हत्याकांड को एक वर्ष पूरा होने वाला है. वहीं इसके ठीक दो दिन बाद 30 जून को गृहमंत्री अमित शाह का उदयपुर दौरा है. कार्यक्रम उदयपुर शहर के बीच स्थित गांधी ग्राउंड में होगा जहां गृहमंत्री शाह जनसभा को संबोधित करेंगे.
अब यह चर्चाएं है कन्हैयालाल हत्याकांड के जरिये बीजेपी कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण के आरोपों को लेकर घेरेगी. साथ ही इस सभा में कई मुद्दों के साथ कन्हैयालाल हत्याकांड भी बड़ा मुद्दा होगा. जानिए उदयपुर बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह के दौरे को लेकर क्या कहते हैं और कौन से मुद्दे होंगे हावी.
ऐसे हो रहे देश स्तर पर बीजेपी के सम्मेलन
बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रमोद सामर ने बताया कि राजस्थान ही नहीं पूरे देश में लोकसभा के क्लस्टर बने हुए हैं. एक क्लस्टर ने तीन लोकसभा है जहां सम्मेलन आयोजित किये जा रहे हैं. उदयपुर की बात करें तो चित्तौड़गढ़, उदयपुर और बांसवाड़ा लोकसभा क्लस्टर है. इसमें दो वरिष्ठ नेताओं को दायित्व है जिनके पास बड़ा पद है. यहां पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. महेश शर्मा और राजस्थान के सह प्रभारी विजय रहाटकर तीन लोकसभा सीट पर प्रवास करेंगे और कार्यक्रम करेंगे. इसी के तहत 30 जून को गृहमंत्री अमित शाह का दौरा होगा.
क्या कन्हैयालाल हत्याकांड होगा मुद्दा
वरिष्ठ नेता प्रमोद सामर ने कहा कि मोदी सरकार के 9 साल पूरे हुए हैं. इसमें लोकसभा से लेकर बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को दायित्व सौपे गए हैं. जो लोगों में जाएंगे कार्यक्रम और संवाद करेंगे. साथ ही गहलोत सरकार का कुशासन है और लोगों में पीड़ा है वह उनके (अमित शाह) के मुखः से अभिव्यक्ति होगी. साथ ही कन्हैयालक हत्याकांड नृशंस हत्याकांड हुआ जिससे लोगों में आक्रोश आज भी है.
इसके बाद भी आए दिन गहलोत सरकार में कांड हुए हैं जिससे लोगों में भयंकर आक्रोश है. बीजेपी ने भी लगातार शांतप्रिय तरीक़े से प्रदर्शन किए. आज भी उस हत्याकांड की हम निंदा करते हैं.
इसमें बहुत बड़ी चेन शामिल थी. साथी ही लंबे समय से इसके लिए साजिश रची जा रही थी जिसमें राज्य की पुलिस नाकाम रही कि समय से इसको टेकल नहीं कर पाए और हत्यारों के हौसले बढ़े, जिससे घटना उदयपुर में हुई. आज भी बीजेपी में आक्रोश है और मांग कर रही है कि हत्यारों को शीघ्र फांसी हो.
सीएम गहलोत के मेवाड़ में दौरे से क्या फायदा होगा
प्रमोद सामर ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रेवड़ियां बांटी है. अब रेवड़ियों को जनता में अवगत कराने के लिए बिना किसी आधार के वह अभिव्यक्ति करेंगे. आमजन इतना मूर्ख नहीं जो नहीं समझता हो. घोषणाओं का झूठ सबके सामने आ चुका है. लेकिन सबसे बड़ी बात रीट के नाम से जो राजस्थान के युवाओं के साथ धोखा हुआ है. इसका सरगना मेवाड़ वागड़ की जमीन पर था और सुनियोजित तरीके से राजनेताओं के संरक्षण ने यह कांड हुआ है. उसकी भर्त्सना करते हैं. वह कितने भी दौरे कर ले कोई फर्क ने पड़ने वाला है.