Rajasthan Elections 2023: इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा के चुनाव (Rajasthan Assembly Election 2023) में बीजेपी (BJP) पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को ही आगे करके बढ़ रही है. पिछले नौ महीने में पीएम मोदी राजस्थान में सात जनसभाएं कर चुके है. उनकी आठवीं जनसभा 28 जुलाई को नागौर के खरनाल में आयोजित की गई है. पीएमओ से इस कार्यक्रम को मंजूरी मिल गई है. पीएम मोदी वीर तेजाजी के मंदिर में पूजा-पाठ कर जाट समाज को लुभाने की कोशिश करेंगे. तेजाजी मंदिर में दर्शन के बाद वे देश के नौ करोड़ किसानों के खातों में एक साथ 18 हजार करोड़ रुपये की किसान सम्मान निधि ट्रांसफर करेंगे. इसे अशोक गहलोत (CM Ashok Gelhlot) सरकार (Congress Government)की डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर की काट के रूप में देखा जा रहा है.
खरनाल में पीएम मोदी की जनसभा
खरनाल में होने वाली पीएम मोदी की जनसभा में बीजेपी तीन लाख लोगों को लाने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने अखबार 'दैनिक भास्कर' को बताया है कि यह कार्यक्रम कृषि मंत्रालय और फर्टिलाइजर मंत्रालय की ओर से आयोजित किया जाएगा. किसानों के खातों में सम्मान निधि ट्रांसफर करने के अलावा फर्टिलाइजर मंत्रालय की 'पीएम प्रणाम' स्कीम में किसानों के लिए किए गए नए प्रावधानों की भी प्रधानमंत्री घोषणा करेंगे.
इसमें आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने वाले किसानों के लिए नई घोषणा संभव है.खरनाल में होने वाली पीएम मोदी की सभा में नागौर के आसपास के जिलों अजमेर, जयपुर, सीकर, चुरू, बीकानेर, जोधपुर और पाली से भी लोग बुलाए जाएंगे. नागौर सहित अन्य जिलों की करीब 30 विधानसभा सीटों पर इसका प्रभाव पड़ेगा.
कांग्रेस सरकार की योजनाओं का मुकाबला
प्रदेश की कांग्रेस सरकार की डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम्स के जरिए सीएम अशोक गहलोत लगातार सार्वजनिक कार्यक्रमों में लाभार्थियों के खातों में सीधे पैसा भेजकर चुनाव से पहले माहौल बना रहे हैं. पिछले दिनों उन्होंने गैस सिलेंडर और सामाजिक पेंशन की राशि लाभार्थियों के खातों में सीधे ट्रांसफर की है. इन कार्यक्रमों के जरिए वे यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी सरकार लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए किस तरह से काम कर रही है.अब मोदी द्वारा किसान सम्मान निधि का पैसा सार्वजनिक कार्यक्रम में राजस्थान आकर जारी करने की कवायद गहलोत की स्कीम्स के माहौल को कम करने की कोशिश माना जा रहा है. पिछले दिनों गहलोत सरकार ने जाटों को साधने के लिए वीर तेजाजी के नाम से नए बोर्ड का भी गठन किया है. ऐसे बीजेपी को चिंता सता रही है कि कहीं जाट कांग्रेस के पक्ष में न चले जाएं, इसी के काट के रूप में वीर तेजाजी के जन्मस्थान को पीएम मोदी की जनसभा और किसानों से जुड़े कार्यक्रम के लिए चुना गया है.
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