Rajasthan Election 2023: 'अशोक गहलोत ने खुद स्वीकार किया कि राजस्थान में BJP आएगी', केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी
Rajasthan Assembly Election 2023: पह्लाद जोशी ने कहा, 'लोगों को कांग्रेस के कुशासन से मुक्त किया जा रहा है. मुझे पूरा विश्वास है कि जनता ने 23 नवंबर को बीजेपी को वोट देने का फैसला किया है.
Prahlad Joshi on Rajasthan Election 2023: विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही राजस्थान में सियासी उबाल आ गया है. बीजेपी के प्रचार-प्रसार के लिए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी सोमवार (9 अक्टूबर) को भरतपुर आए. इस दौरान उन्होंने सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस पर जम कर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले ही ये बात मान गए हैं कि राजस्थान में बीजेपी सरकार बनाने वाली है.
मीडिया से बात करते हुए प्रह्लाद जोशी ने बोले, 'अशोक गहलोत कहते हैं कि कि राजस्थान में उनके द्वारा शुरू की गई जनहितकारी योजनाओं को बीजेपी आकर बंद न करे. उन्होंने पीएम मोदी से वादा लिया है कि बीजेपी की सरकार बनने पर कांग्रेस की योजनाओं को खत्म न करें. इससे ये साबित होता है कि वो भी मानते हैं बीजेपी की सरकार आएगी.' इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने सीएम गहलोत पर हमला करते हुए यह भी कहा कि वैसे तो उन्होंने योजनाओं की केवल घोषणा की है, इन्हें असल जमीन पर लागू नहीं किया गया.
'अपराधियों की सरकार है कांग्रेस'- प्रह्लाद जोशी
वहीं, प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राजस्थान की जनता को आगामी चुनाव में कांग्रेस के कुशासन से मुक्ति मिलने वाली है. जनता ने कांग्रेस को हमेशा के लिए अलविदा कहने का मन बना लिया है. भरतपुर में संवाददाता सम्मेलन के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत सरकार में भरतपुर में अवैध खनन रोकने के लिए एक साधु को आत्मदाह करना पड़ गया था. राजस्थान सरकार अपराधियों के खिलाफ एक्शन नहीं लेती, इसलिए अपराधियों को लगता है कि यह उनकी सरकार है.
राजस्थान बीजेपी में टिकट बंटवारे पर बोले प्रह्लाद जोशी
बीजेपी के सांसदों को टिकट दिए जाने की बात पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस एमएलए बनाती थी फिर राज्य में मंत्री बनाती थी. इसके बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जाता था. केंद्र में काम नहीं कर पाते थे, तो उन्हीं मंत्रियों को राज्यपाल बना दिया जाता था लेकिन बीजेपी में ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में प्रदेश मंत्री हो, प्रदेश पदाधिकारी हो, जिला मंत्री हो या मंडल अध्यक्ष सभी चुनाव लड़ सकते हैं. किसी पर कोई पाबंदी नहीं है.