Rajasthan Election 2023 News: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की आदिवासियों के सबसे बड़े आस्था के धाम बांसवाड़ा स्थित मानगढ़ में बड़ी सभा है. इस सभा को लेकर कांग्रेस की तरफ से लगातार दावा किया जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी की सभा में अब तक जितने लोग शामिल हुए है उससे कई ज्यादा लोग इस सभा में आएंगे. इधर आज आदिवासी दिवस भी है. इस मौके पर उदयपुर शहर में आदिवासी युवाओं की बड़ी रैली निकली. 


इस रैली में उदयपुर जिले के अलग-अलग स्थानों सहित अन्य जिलों से भी युवक शामिल हुए, उन्होंने उदयपुर के रेती स्टैंड चौराहे पर भीलू राणा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. कुछ युवक यहां से घर रवाना हुए तो कुछ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. वहां पर प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया. यही नहीं इन युवाओं ने मानगढ़ धाम पर राहुल गांधी की सभा को लेकर भी कई बातें कहीं.


'आदिवासी युवा एकजुट हुए हैं'
भीम आर्मी प्रदेश सचिव लाला मेगवान ने एबीपी न्यूज को बताया कि आदिवासी दिवस पर रैली निकाल आदिवासी युवा एकजुट हुए हैं. साथ ही हम जिला कलेक्ट्रेट भी गए और वहां भी आदिवासियों के साथ हो रही घटनाओं को रोकने और उन पर कार्रवाई की मांग की. इसके अलावा भी कई मांगे हैं. अगर वह मांगे पूरी नहीं हुई तो वर्ष 2023 और 2024 में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हम ताल ठोकेंगे. 


'आदिवासी जवाब दे देंगे'
हम हमारे प्रत्याशी मैदान में उतरेंगे. राहुल गांधी की सभा को लेकर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सिर्फ यहां आदिवासियों को गुमराह करने के लिए आए हैं. दलित आदिवासियों के साथ राजस्थान में इतना अत्याचार हुआ उस पर राहुल गांधी कभी आवाज नहीं उठाते है. सभा से क्या कांग्रेस को फायदा होगा उस बात पर उन्होंने कहा कि बीजेपी, कांग्रेस दोनों एक हैं. डूंगरपुर में दोनो मिलकर अपना प्रत्याशी उतर दे, स्थिति सामने आ जाएगी. आदिवासी जवाब दे देंगे. 


'कांग्रेस, बीजेपी हमारे लिए मायने नहीं रखती'
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने आए गोविंद भील ने कहा कि हम हमारी मांगों को लेकर यहां आए हैं और ज्ञापन दिया है. मांग है कि ग्रामीण क्षेत्र में कब्जे लेकर बसे लोगों को पट्टा दिया जाए.


साथ ही जो आदिवासियों के साथ लगातार घटनाएं हो रही है ऐसे अपराधों पर रोक लगे और अपराधियों को कड़ी सजा मिले. राहुल गांधी के दौरे पर उन्होंने कहा की राजनीतिक पार्टियां चुनाव आते ही आ जाती है, क्योंकि उन्हें वोट चाहिए. अगर वह आदिवासियों के लिए काम करती तो आज मांग लेकर यहां नहीं आना पड़ता. कांग्रेस, बीजेपी हमारे लिए मायने नहीं रखती. समाज एक है, किसी को भी झुका सकते हैं. हम तो सभी को बोल रहे हैं वोट दो तो सोच समझ कर दो.


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