Rajasthan Election 2023: बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी मावली से लड़ सकते हैं चुनाव, जानें क्या कहते हैं जातिगत समीकरण?
Rajasthan Politics: बीजेपी मेवाड़ की सभी विधानसभा सीटों पर जातीय समीकरण को साधने में लगी है. पार्टी ने यहां के 11 सामान्य विधानसभा सीटों में से 10 पर उम्मीदवार की घोषणा कर चुकी है.
Rajasthan Assembly Election 2023 News: राजस्थान में आगामी 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इसको लेकर प्रदेश के सभी सीटों पर नामांकन प्रक्रिया जारी है. बीजेपी और कांग्रेस ने कुछ सीटों पर अभी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है. वहीं मेवाड़ की बात करें, तो बीजेपी ने 28 विधानसभा सीटों में क्षेत्र की 11 सामान्य सीटों में 10 बीर प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है. बीजेपी ने एक मात्र मावली विधानसभा सीट पर अब तक कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.
महत्वपूर्ण बात यह है कि इस सीट पार बीजेपी की 200 विधानसभा सीटों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी का नाम चर्चाओं में चल रहा है. इसके पीछे क्या जातिगत समीकरण है, जिसकी सियासी गलियारों में जोरों से चर्चा चल रही है. आइये जानते हैं-
11 में से 10 सामान्य सीटों पर उम्मीदवार घोषित
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मेवाड़ के 11 सामान्य विधानसभा सीटों में से 10 पर प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है. इसमें 3 राजपूत, 3 जैन, 1 डांगी, 1 रावत, 1 सिंधी और 1 धाकड़ समाज के उम्मीदवार को टिकट दिया गया है. यहां से हमेशा की तरह मावली विधानसभा से ब्राम्हण को टिकट दिया जाता है, जिससे पूरा जातिगत समीकरण सही बैठ पाता है. वर्तमान बीजेपी विधायक धर्मनारायण जोशी इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए पीछे हट गए हैं.
ब्राह्मण समाज को साधने की कोशिश
बीजेपी विधायक धर्मनारायण जोशी के चुनाव से पीछे हटने के बाद, यहां से बीजेपी के पास कोई बड़ा ब्राह्मण चेहरा नहीं है. यही वजह है कि इस सीट से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का नाम चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर चर्चा है. इसके पीछे वजह ये है कि सीपी जोशी मेवाड़ से ही आते हैं और ब्राह्मण चेहरा हैं. यह सीट बीजेपी का बड़ा गढ़ भी माना जाता हैं.
कांग्रेस ने इन्हें दिया दोबारा मौका
इसी सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की बात करें, कांग्रेस आलाकमान ने दोबारा पुष्कर डांगी को मौका दिया है. इसके पीछे कारण ये है कि ब्राह्मण, जैन वोटर्स के साथ डांगी वोटर्स भी निर्णायक भूमिका में हैं. इसी कारण बीजेपी के पूर्व विधायक दलीचंद डांगी बाहरी प्रत्याशी का विरोध कर रहे हैं. बीजेपी यहां से डांगी समाज से प्रत्याशी नहीं उतार पा रही है, क्योंकि हालही में बीजेपी में शामिल हुए उदयलाल डांगी को वल्लभनगर विधानसभा से प्रत्याशी बनाया गया है. इसलिए ब्राह्मण चेहरा ही अंतिम है. हालांकि एक गैर ब्राम्हण चेहरे की भी चर्चाएं हो रही हैं.
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