Bharatpur Seat: राजस्थान के भरतपुर जिले में 7 विधानसभा सीट हैं. इसमें भरतपुर विधानसभा सीट पर 15 वर्ष से लगातार हार के बाद कांग्रेस द्वारा भरतपुर विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकदल से गठबंधन करके वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भरतपुर सीट लोकदल के प्रत्याशी को मैदान में उतारा गया था. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भरतपुर सीट पर राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी डॉ.सुभाष गर्ग ने जीत दर्ज की थी.


भरतपुर शहर की विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी को काफी कमजोर माना जाता है. वर्ष 1998 कांग्रेस के प्रत्याशी आरपी शर्मा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) से भारतीय जनता पार्टी के बागी प्रत्याशी विजय बंसल ने जीत दर्ज की थी.


भरतपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की हालत नाजुक 


दूसरे नंबर पर आरपी शर्मा रहे थे. वर्ष 2003 के चुनाव में विजय बंसल को 39 हजार 80 वोट मिले थे तो कांग्रेस के प्रत्याशी आरपी शर्मा को 21 हजार 717 वोट मिले थे. वर्ष 2003 के चुनाव के बाद भरतपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की हालत और नाजुक हो गई. कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी वर्ष 2008 और 2013 के चुनाव में तीसरे और चौथे नंबर पर रहे थे.


वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) पार्टी से जीत कर विधानसभा पहुंचने वाले विधायक विजय बंसल भारतीय जनता पार्टी में चले गए और वर्ष 2008 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर लड़ा था.


वर्ष 2008 के चुनाव में विजय बंसल को 52 हजार 595 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी से आदित्यराज शर्मा रहे थे आदित्यराज को 29 हजार 109 वोट मिले थे. कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी धर्मेन्द्र शर्मा रहे उनको 18 हजार 480 वो मिले थे.


विजय बंसल ने रचा इतिहास


वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने विजय बंसल को ही मैदान में उतारा था. विजय बंसल ने भरतपुर विधानसभा सीट पर तीसरी बार जीत दर्ज कर इतिहास बना दिया. भरतपुर विधानसभा सीट पर लगातार तीन बार कोई भी विधायक नहीं जीता.


वर्ष 2013 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के विजय बंसल को 57 हजार 515 वोट मिले थे दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के दलबीर सिंह रहे थे उनको 34 हजार 821 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी गिरधारी तिवारी रहे उनको 32 हजार 185 वोट मिले थे. वर्ष 2013 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र तिवारी चौथे नंबर पर रहे थे उनको 14 हजार 616 वोट मिले थे.


वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपनी स्थिति कमजोर देखकर राष्ट्रीय लोकदल से समझौता कर भरतपुर शहर की विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी डॉ. सुभाष गर्ग को समर्थन दिया था. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भरतपुर विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी डॉ.सुभाष गर्ग ने जीत दर्ज की थी. डॉ.सुभाष गर्ग को कुल 52 हजार 869 वोट मिले थे दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विजय बंसल रहे थे. विजय बंसल को कुल 37 हजार 159 वोट मिले थे.


अब वर्ष 2023 के चुनाव कुछ ही महीनों के बाद होने है सभी पार्टियां चुनाव के मैदान में उतर चुकी है. भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता के दिग्गज नेता भरतपुर में जनसभा को सम्बोधित कर चुनाव में कांग्रेस पार्टी को उखाड़ फेंकने की बात करते हैं तो कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री मिशन 156 की बात करते हैं. बहुजन समाज पार्टी और आप भी चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही है.


कांग्रेस का किसी के साथ गठबंधन भी नहीं


अभी तो कांग्रेस का किसी के साथ गठबंधन भी नहीं है. देखने वाली बात यह है कि अब कांग्रेस का प्रत्याशी कौन होगा. माना जा रहा है अगर गठबंधन नहीं होता है तो डॉ. सुभाष गर्ग को ही कांग्रेस अपने प्रत्याशी बनाएगी. क्योकि डॉ.सुभाष गर्ग कांग्रेस विचारधारा के हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही डॉ.सुभाष गर्ग को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था. अगर कांग्रेस पार्टी टिकट डॉ. सुभाष गर्ग को देती है तो भरतपुर विधानसभा सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा .


क्योंकि राष्ट्रीय लोकदल पार्टी से पहलीबार विधायक बनने के बाद डॉ. सुभाष गर्ग को राज्यमंत्री बनाया गया और डॉ. सुभाष गर्ग ने भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में काफी विकास कराया है. भारतीय जनता पार्टी डॉ. सुभाष गर्ग के सामने किसे चुनावी मैदान में उतारती है यह तो समय बताएगा लेकिन भरतपुर विधानसभा सीट पर किसी भी पार्टी की जीत इतनी आसान नहीं होगी कड़ा मुकाबला होगा. 


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