Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव को देखते हुए अब सियासी दल अपने-अपने प्रत्याशियों की लिस्ट लगातार जारी कर रहे हैं. बीजेपी (BJP) 124 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर चुकी है. साथ ही कांग्रेस (Congress) भी अपने 95 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है. वहीं हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) भी अपने 10 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है.
आरएलपी ने अपने 10 उमीदवारों की सूची में बाड़मेर की हॉट सीट बायतू से एक बार फिर से उम्मेदाराम बेनीवाल (Ummeda Ram Beniwal) पर भरोसा जताया है. आरएलपी ने उन्हें दूसरी बार टिकट दिया है. 2018 के विधानसभा चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल ने बीजेपी को तीसरे नंबर पर धकेलते हुए कांग्रेस के उमीदवार हरीश चौधरी को कांटे की टक्कर दी थी. हालांकि 2018 के चुनाव में हरीश चौधरी को जीत मिली थी.
बायतू से कांग्रेस ने फिर जताया हरीश चौधरी पर भरोसा
बाड़मेर के बायतू से विधानसभा 2023 चुनाव के लिए कांग्रेस ने मौजूदा विधायक हरीश चौधरी को फिर यहां से अपना प्रत्याशी बनाया है, तो बीजेपी ने बानाराम मूड को यहां से मैदान में उतारा है. राजस्थान में इस बार के विधानसभा चुनाव बहुत रोचक होने जा रहे हैं. इस बार चुनाव सिर्फ दो दलों के बीच की लड़ाई नहीं होगी, बल्कि कई अन्य दलों की एंट्री ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. वहीं पश्चिमी राजस्थान के कई जाट नेता कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद भी चिंता में डूबे नजर आ रहे हैं.
हनुमान बेनीवाल को लेकर कांग्रेस में क्यों घमासान?
कांग्रेस पार्टी हनुमान बेनीवाल को लेकर चिंता में दिखाई दे रही है. दरअसल बेनीवाल को लेकर कांग्रेस में पहले ही घमासान मचा हुआ है. बायतू विधायक और कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी पिछले दिनों मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना हनुमान बेनीवाल के साथ सौदेबाजी कर कांग्रेस को कमजोर करने का आरोप लगा चुके हैं. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से परेशान नेताओं की सूची में कांग्रेस के कई विधायक और भी हैं, जो सीएम गहलोत कैंप के नहीं माने जाते हैं.
दिव्या मदेरणा ने सीएम गहलोत पर लगाए थे ये आरोप
इनमें ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा का नाम भी शामिल है. दिव्या मदेरणा को एक बार फिर से कांग्रेस ने ओसियां से मैदान में उतारा है. दिव्या मदेरणा ने भी पूर्व में सीएम गहलोत पर हनुमान बेनीवाल को बचाने के आरोप लगाए थे. इसके अलावा पायलट कैंप के विधायक मुकेश भाकर और रामनिवास गवड़िया भी ऐसे आरोप लगा चुके हैं कि, हमारी सरकार में हम से ज्यादा सांसद हनुमान बेनीवाल की चलती है. बता दें इस चुनाव आरएलपी ने आजाद समाज पार्टी से गठबंधन किया है. आरएलपी के आजाद समाज पार्टी से गठबंधन करने के बाद हरीश चौधरी की भी चिंता बढ़ गई है, क्योंकि बायतू क्षेत्र में दलित वोटर काफी संख्या में हैं.