Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. बीजेपी, कांग्रेस सहित बीएसपी और समाजवादी पार्टी की भूमिका आगामी चुनाव में महत्वपूर्ण मानी जा रही है. समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए अपना विस्तार कर रही है. सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है. उन्होंने प्रदेश के एक विधानसभा सीट पर उम्मीदवार के नाम के एलान के साथ इसकी ऑफिशियल शुरुआत भी कर दी है. 


विधानसभा चुनाव में राजस्थान में कुल 200 सीटें हैं. जिसमें एक सीट पर समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगा दी है. सपा ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट की गई खबर के मुताबिक, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा से पूर्व विधायक सूरजभान धानका को उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले सूरजभान धानका साल 2008 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर ही राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ सीट निर्वाचित होकर विधानसभा में पहुंचे थे. उन्हें 2013 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी से हार मिली थी. 


कांग्रेस को हो सकता है नुकसान
सपा नवगठित विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का हिस्सा है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंडिया गठबंधन के बैठकों में हिस्सा लेते रहे हैं, ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने से विपक्षी गठबंधन को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. वर्तमान में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और वही I.N.D.I.A. गठबंधन की अगुवाई कर रहा है. गठबंधन में ये मतभेद उत्तर प्रदेश के घोसी विधानसभा उपचुनाव से ही जाहिर होने लगी. इस उपचुनाव के रिजल्ट के बाद यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाते हुए कहा, घोसी में कांग्रेस ने सपा उम्मीदवार जिताने में पूरा सहयगो किया, वहीं उत्तराखंड के बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के सामने सपा ने अपना उम्मीदवार खड़ा कर हराने का काम किया है. 


कांग्रेस ने सपा पर लगाये ये आरोप
सियासी जानकारों के मुताबिक, अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी को नेशनल लेवल पर विस्तार देने की योजना पर काम कर रहे हैं. यही वजह है कि वह राजस्थान के अलावा छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं. बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, कांग्रेस हार के बाद उलाहना दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के किसी भी नेता ने बागेश्वर में सपा से समर्थन के लिए नहीं कहा था, इसके उलट सपा ने घोसी में कांग्रेस से समर्थन मांगा था. सपा के एक सीट पर उम्मीदवार का नाम कंफर्म करने पर सियासी गलियारों में कयास आराई का दौर शुरू हो गया है. 


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