Rajasthan Elections 2023: जाटलैंड में सतीश पूनियां को मिल सकती है अहम जिम्मेदारी, पीएम की सभा से पहले पोस्टर पर फिर आए नजर
Rajasthan Elections: सतीश पूनियां को पोस्टर में क्यों जगह मिली है, इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. इसे सवाईमाधोपुर में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की बैठक का असर माना जा रहा है.
Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान (Rajasthan) के सीकर में 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की जनसभा होने वाली है. इसके पहले ही बीजेपी (BJP) ने सब कुछ ओके करने की कोशिश शुरू कर दी है. बड़ी बात यह है कि सीकर में एक पोस्टर सामने आया है, जो चर्चा में बना हुआ है क्योंकि उस पोस्टर में उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियांं (Satish Poonia) की फोटो लगी है. उपनेता बनने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है. सूत्रों की मानें तो जाट लैंड सीकर में बीजेपी सतीश पूनियां को आगे करके उतरना चाहती है.
कार्यक्रम भले ही कैलाश चौधरी देख रहे हैं, लेकिन सतीश पूनियां को पार्टी अहम मान रही है. इसके लिए इस पोस्टर में उनको जगह दी गई है. सीकर में पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का खाता नहीं खुला था. ऐसे में पीएम की जनसभा के जरिये बीजेपी पूरा माहौल बनाना चाह रही है. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनियां को पोस्टर में क्यों जगह मिली है. इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन इसे सवाईमाधोपुर (Sawai Madhopur) में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष (BL Santhosh) की बैठक का असर माना जा रहा है.
जाटलैंड में पूनियां को क्यों किया आगें
बैठक में उन्होंने कहा था कि पार्टी में समन्वय बनाना बहुत जरूरी है. इसके लिए चाहे जिसे जो करना है वो करें, लोकिन पार्टी में जल्द समन्वय दिखना चाहिए. दरअसल, नागौर में पीएम की जनसभा होनी थी, लेकिन उसमें बदलाव किया जा चुका है. वहां पर कुछ जाट नेताओं ने कैलाश चौधरी का विरोध किया था. इसके बाद से उस कार्यक्रम को पार्टी ने अगस्त के लिए बढ़ा दिया है. सीकर की जनसभा में सतीश पूनियां को आगें कर पार्टी नागौर, चूरू, सीकर, झुंझुनू में एक बड़ा संदेश देना चाहती है. पार्टी ने एक तीर से कई निशाने साध लिए हैं.
इस बार कोई चूक नहीं
साथ ही पार्टी जाट, दलित और अन्य जातियों को साधने में जुटी हुई है. इस पोस्टर में बीजेपी के अध्यक्ष, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां हैं. बीजेपी आलाकमान का मानना है कि इस बार कोई चूक नहीं होनी चाहिए. क्योंकि, पार्टी को जाटलैंड चुरू, सीकर, झुंझुनूं और नागौर में बड़ा नुकसान हुआ था. इसलिए इस बार सबको एक साथ लेकर चलने की तैयारी है.