Rajasthan Assembly Election 2023: विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही बागी नेताओं की घर वापसी शुरू हो गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया (Subhash Maharia) कांग्रेस छोड़ बीजेपी में  शामिल हो गए हैं. उनके साथ ही कई पूर्व आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने भी बीजेपी की सदस्यता ली. महरिया 2016 में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. अब उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी उन्हें लक्ष्मणगढ़ से चुनाव मैदान में उतार सकती है. वहां उनका मुकाबला राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) से हो सकता है.


बीजेपी में शामिल होकर महरिया ने क्या कहा


बीजेपी में वापसी करने के बाद महरिया ने कहा कि फिर से अपने परिवार में आकर बहुत खुशी महसूस कर रहा हूं. मैं बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर फिर से शामिल हुआ हूं. ऐसे में पार्टी मुझे जो भी, जहां भी जिम्मेदारी देगी मैं उसे अच्छे से निभाने की कोशिश करूंगा. उन्होंने कहा कि वो 1993 से भाजपाई हैं. उनके रग-रग में बीजेपी है. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले साढ़े चार साल में कांग्रेस के घोषणा पत्र पर काम नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि आज भ्रष्टाचार 30 से 40 फीसदी तक पहुंच गया है. कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ था. उनका कहना था कि वो कांग्रेस में जाकर बुरी तरह  से फंस गए थे. 


कौन कौन बीजेपी में शामिल हुआ


सुभाष महरिया के साथ पूर्व आईपीएस अधिकारी गोपाल मीणा, पूर्व आईपीएस अधिकारी  रामदेव सिंह खैरवा,पूर्व आईएएस अधिकारी पीआर मीणा औक डॉक्टर नरसी किराड़ ने भी बीजेपीकी सदस्यता ली. कांग्रेस नेता सुभाष महरिया के बीजेपी में शामिल होने पर कुछ नेता खुश नजर नहीं आ रहे हैं. सीकर से सांसद सुमेधानंद ने कहा है कि यदि एक ट्रैक्टर में 100 क्विंटल अनाज है और उसमें एक मुट्ठी चना डाल दें तो फर्क नहीं पड़ता है. पार्टी में और लोग भी आए हैं और आते रहेंगे.महरिया की अनुशासनहीनता का परिणाम है कि 2-3 चुनाव हार गए.   


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