Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कौन बेहतर है ये बताने की जुगत दोनों दलों की तरफ से जारी है. दोनों ही दल खुद को बेहतर और विरोधी को बदतर बताने की मुहिम में जुटे हुए हैं, ताकि वोटर को लुभा कर सत्ता तक पहुंचने वाले दरवाजे को खोला जा सके. इसी कड़ी में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की कद्दावर नेता वसुंधरा राजे सिंधिया ने भी बयानी वार किया है. आरोप-प्रत्यारोप की जगह वसुंधरा राजे सिंधिया ने सीधे कांग्रेस और अशोक गहलोत सरकार की योजना पर ही हमला बोला है.
कांग्रेस पार्टी सूबे में मुफ्त बिजली को अपना प्रमुख हथियार बना वोटर्स को लुभाने की कोशिश में है, तो वहीं इसी प्रयास पर हमला बोलते हुए वसुंधरा राजे ने इस फ्री...फ्री...फ्री... के फंडे पर ही धावा बोला है. वसुंधरा का कहना है कि कांग्रेस कुछ भी मुफ्त में नहीं दे रही है, बल्कि जनता का पैसा जनता की ही एक जेब से निकालकर दूसरी जेब में डाल रही है और फिर फ्री बिजली का ढोल बजा रही है.
कुछ फ्री नहीं है...
वसुंधरा ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, 'आप लोग कितने भोले-भाले हैं. आपको बोल दिया कि हम साढे़ 56 करोड़ रुपए माफ कर रहे हैं, आपकी बिजली माफ कर रहे हैं. तो वहीं साढ़े 56 करोड़ रुपए सरचार्ज के जरिए आपसे लिया जा रहा है और आपसे कह दिया कि 100 यूनिट बिजली माफ कर रहे हैं और आप बहुत खुश हो गए. परंतु हुआ यूं कि आपकी एक जेब से लिया पैसा, बस दूसरी जेब में डाल दिया गया. उसका (कांग्रेस सरकार) कुछ नहीं गया. जो भी है सब आपका ही है. आपका ही पैसा इस जेब से निकाला और उस जेब में डाल दिया और आप खुश हो रहे हो कि देखो हमको फ्री बिजली मिल गई. कुछ फ्री नहीं है. '
अभी तो बस चल रहा है...
हमला जारी रखते हुए वसुंधरा राजे ने आगे कहा, '72 घंटे में हम ट्रांसफॉर्मर दिया करते थे. आज देख लो ट्रांसफॉर्मर कितने घंटों में मिलता है. 72 घंटे तो भूल जाओ 72 दिन में भी नहीं मिल रहा है. क्यों, क्योंकि उनके पास पैसा ही नहीं है और जब पैसा नहीं है तो खरीदेंगे कहां से. बिजली की जरूरत होती है तो ये बिजली भी नहीं खरीद सकते हैं. ये तो पिटारा खोल-खोलकर कह रहे हैं, लो फ्री फोन ले जाओ, लो फ्री खाद ले जाओ, लो फ्री बिजली ले जाओ. अभी तो सब चल रहा है तो चल रहा है, लेकिन जब आंकड़े लेकर बैठोगे तो पता चलेगा कि इन लोगों ने कैसे आप लोगों के साथ छल किया है.'
CM कौन ऐलान नहीं, लेकिन...
राजस्थान के चुनाव में दोनों ही मुख्य दलों बीजेपी और कांग्रेस ने अपने मुख्यमंत्री पद के चेहरों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में दो नामों पर सबकी नजर है. कांग्रेस से अशोक गहलोत और बीजेपी से वसुंधरा राजे सिंधिया अब भी मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार हैं. हालांकि ये दल राजस्थान में जीत के बाद किसके हाथ सत्ता की डोर सौंपेंगे इसका खुलासा तो 3 दिसंबर को नतीजे आने के बाद ही साफ होगा. राजस्थान में वोटिंग 25 नवंबर को होगी.