Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान (Rajasthan) में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों पर मंथन करने के लिए कांग्रेस (Congress) स्क्रीनिंग कमेटी गुरुवार को उदयपुर (Udaiour) पहुंची. यहां उदयपुर और बांसवाड़ा (Banswara) संभाग के नेताओं के साथ चर्चा की गई, लेकिन स्क्रीनिंग कमेटी को अपने ही कार्यकर्ताओं का भारी विरोध झेलना पड़ा. होटल के अंदर बैठक चल रही थी और कार्यकर्ता बाहर खड़े होकर विरोध कर रहे थे. विरोध आने वाले चुनाव में दावेदारों को लेकर था. हालांकि कई बार समझाने के बाद कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध खत्म कर दिया.


दरअसल, दो दिन तक जयपुर (Jaipur) में मंथन करने के बाद स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन गौरव गोगोई के नेतृत्व में कमेटी के सदस्य अभिषेक दत्त और गणेश गोदियाल के साथ ही एआईसीसी के संपादक विरेंद्र सिंह राठौड़ भी इस कमेटी के साथ उदयपुर आए. यहां निजी होटल में बैठक हुई. बैठक में पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, विधायक सहित अन्य नेता पहुंचे. पहले डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिले को लेकर मंथन हुआ. फिर उदयपुर, सलूंबर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ जिले को लेकर मंथन हुआ. 


होटल के बाहर जमा हुए कार्यकर्ता
अंदर मंथन चल ही रहा था कि उदयपुर शहर सीट से जिन नेताओं ने दावेदारी की, उनके कार्यकर्ता होटल के बाहर जमा हो गए. इसके बाद विरोध शुरू हो गया. विरोध को देखते हुए बैठक में बैठे वरिष्ठ नेता बाहर उठकर आए. उन्होंने विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को समझाया तब जाकर मामला शांत हुआ. बता दें कि उदयपुर शहर सीट से कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ और एआईसीसी सदस्य दिनेश खोड़निया ने आवेदन किया है. कार्यकर्ताओं का विरोध था कि जब दोनों ने आवेदन किया है, तो वह बैठक में जाकर कैसे बैठ सकते हैं.


यह थी मांग
पार्टी में समानता होनी जरूरी है. जैसे यहां के कार्यकर्ता हैं, वैसा ही उन्हें ट्रीटमेंट दिया जाना चाहिए. स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया जाए. बता दें कि गौरव वल्लभ और दिनेश खोड़निया का उदयपुर के कांग्रेस कार्यकर्ता तब से विरोध कर रहे हैं, जब से उन्होंने उदयपुर शहर सीट से आवेदन किया था. उनका कहना है कि कार्यकर्ता सालों से यहां मेहनत कर रहा है और बाहरी आवेदन कर रहे हैं. टिकट स्थानीय नेता को मिलना चाहिए बाहरी को नहीं.


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