Rajasthan News: अपने विवादित बयानों से पहचाने जाने और घिरे रहने वाले बीजेपी नेता और राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उदयपुर शहर विधायक गुलाब चंद कटारिया ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. उन्होंने पहले भगवान श्री राम, महाराणा प्रताप पर विवादित बयान दिया था जिससे पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन हुए थे और अब उन्होंने श्रीराम की धर्मपत्नी सीता माता पर एक सभा को संबोधित करते हुए बयान दिया है. इस बयान पर कई नेताओं ने उनका विरोध किया और यहां तक कह दिया कि कटारिया को लंका भेज देना चाहिए.
क्या कहा था कटारिया ने
दरअसल 16 अप्रैल को चित्तौड़गढ़ के बोहेड़ा ग्राम पंचायत में सभा हो रही थी. मंच से गुलाब चंद कटारिया संबोधित कर रहे थे. उनका एक वीडियो दो दिन पहले वायरल हुआ जिसमें उन्होंने कहा है कि रावण द्वारा सीतामाता का अपहरण पापा नहीं है. 37 सेकंड के इस वीडियो में कटारिया ने कहा कि "अगर खुद में दुर्गुण हैं तो उनको जलाओ, कमियों को जलाओ अच्छा आदमी बनने की कोशिश करो तभी वास्तव में रावण जलेगा.
पूरा नहीं सुना गया-कटारिया
कटारिया ने कहा, रावण ने कोई बहुत बड़ा पाप तो किया नहीं था, केवल सीता को ले गया था लेकिन कभी-भी उसने सीता को कलंकित नहीं किया. जब तक सीता ने रावण को स्वीकृति नहीं दी तब उसे छुआ तक नहीं. कटारिया का यह वीडियो वायरल होने के बाद राजस्थान में सियासत गरमा गई है. इस पर गुलाब चंद कटारिया का कहना है कि मेरा पूरा भाषण नहीं सुना गया सिर्फ दो लाइन निकाल दी.
राम का अपमान किया-रणधीर
वीडियो वायरल पर कटारिया के धुर विरोधी कहे जाने वाले और वसुंधरा राजे के करीबी वल्लभनगर के पूर्व विधायक और जनता सेना प्रमुख रणधीर सिंह भींडर ने पलटवार करते हुए मीडिया से बातचीत में कहा है कि कटारिया ने माता सीता और प्रभु श्रीराम का अपमान किया है. कटारिया ने कहा कि रावण ने माता सीता का अपहरण कर कोई गलत काम नहीं किया तो क्या इसका मतलब यह हुआ कि कोई भी अपहरण कर ले और वह अपराध नहीं.
भींडर ने कहा, कटारिया ने यह भी कहा कि सीता से अनुमति लेने के बाद रावण ने सीता को छुआ. कटारिया सीता के छूने की बात करके हमारे धार्मिक ग्रंथ रामायण को भी झुठला रहे हैं. भीडर ने तंज कसते हुए कहा कि कटारिया को उनके आदर्श पुरुष रावण के पास लंका भेज देना चाहिए.
अपमान सहन नहीं किया जाएगा-तनवीर
मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के महामंत्री तनवीर सिंह कृष्णावत ने कहा है कि बीडेपी श्रीराम को अपना आदर्श बताती है और उसी बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष कटारिया माता सीता के अपहरण के मामले में रावण को क्लीन चिट देकर क्या साबित करना चाहते हैं? महाराणा प्रताप और श्रीराम का अपमान सहन नहीं किया जाएगा.