Rajasthan War Widow Protest: राजस्थान विधानसभा सत्र में पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं को पुलिस ने धरने से जबरन उठाने के मामले में और उनकी मांगों को लेकर शुरू हुए विवाद की गूंज विधानसभा में भी सुनाई दे रही है. वीरांगनाओं का मुद्दा इस चुनावी साल में सियासी रूप ले चुका है. पुलवामा शहीद रोहिताश लांबा की वीरांगना मंजू को देवर के नाते जाने के बयान देकर मंत्री शांति धारीवाल चौतरफा घिर चुके हैं, लेकिन अब संसदीय कार्य मंत्री अपने बयान से मुकर रहे हैं.
शांति धारीवाल ने यू टर्न लेते हुए बोला कि मैंने ऐसा नहीं कहा. मैंने कभी नहीं कहा कि मंजू जाट देवर के नाते गई, वीरांगना सुंदरी देवी नाते गई. विधायक दिव्या मदेरणा ने मुद्दे पर शांति धारीवाल को निशाने पर ले लिया है. विधानसभा में दिव्या मदेरणा ने कहा कि जाट मीणा गुर्जर कांग्रेस की मूल वोटर हैं. क्या सोशल इंजीनियरिंग है 6 महीने बाद हम चुनाव में जा रहे हैं. सांसद किरोड़ी लाल मीणा को आतंकी बताया गया. मंजू जाट को लेकर देवर से नाते की बात की गई है.
मंत्री शांति धारीवाल बोले- 'मुझसे कुंठा रखने वाले यह भ्रम फैला रहे हैं'
पुलवामा वीरांगना के नाते के बयान पर धारीवाल ने तीन दिन बाद सफाई देने के लिए समय मांगा. धारीवाल ने कहा कि मैं अपना स्पष्टीकरण देना चाहता हूं. आप विधानसभा की वीडियो रिकॉर्डिंग देख लीजिए. मैंने मंजू जाट के बारे में 1 शब्द नहीं बोला कि वह नाते गई हैं. सिवाय इसके कि उसका देवर पहले से शादीशुदा है.
उन्होंने कहा कि यह तो सच है कि मैंने कभी नहीं कहा कि वीरांगना मंजू जाट अपने देवर के नाते चली गईं. मैंने यह कहा था कि मंजू जाट का देवर पहले से शादीशुदा है, जिसके लिए वह नौकरी मांग रही हैं. जबकि मंजू के बच्चों को नौकरी मिलनी चाहिए. शांति धारीवाल ने कहा कि मैंने सुंदरी देवी के लिए कहा था कि वह नाते चली गई हैं. 3 साल से अपने देवर विक्रम सिंह के साथ नाते में हैं. दो बच्चियां पहले पहले से हैं. देवर विक्रम से एक लड़का और एक लड़की हो चुके हैं. मैंने मंजू जाट के बारे में कुछ नहीं कहा.
शांति धारीवाल ने सदन में कही थी यह बात
शांति धारीवाल का कहना है कि उनके बयान के बारे में जो भ्रम फैलाया जा रहा है, वह सरासर गलत है. राजनीतिक लाभ के लिए जान बूझकर अफवाह फैलाई जा रही है या उनसे कोई कुंठा होगी, इसलिए ये काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आप प्रोसीडिंग देख लें, मैंने मंजू जाट का नाम लिया.
बता दें, 3 दिन पहले संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में कहा था, 'रोहिताश लांबा की पत्नी का देवर तो पहले से शादीशुदा था. उसके दो बच्चे हैं. फिर भी वह उसके नाते चली गई. अब नाते जाकर कहती है कि मेरे देवर को नौकरी दो. भाई वाह अजीब तमाशा है. कहीं ऐसा हुआ है कि नियमों के खिलाफ किसी को नौकरी मिली है?'
'शांति धारीवाल बोलकर पलट जाने में माहिर'- दिव्या मदेरणा
ओसिया से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने शांति धारीवाल के 3 दिन बाद यू-टर्न वाले बयान पर कहा कि शांति धारीवाल भले ही सफाई दें, लेकिन उस दिन वीरांगना मंजू जाट का चरित्र हनन कर रहे थे. आज उन्होंने सफाई के नाम पर विरान राज सुंदरी देवी के साथ भी वही किया. मैंने वीडियो सुना है. मंत्री गलत थे, बैकफुट पर आए हैं. इसलिए आज उन्होंने वापस बयान दिया है.
'शांति धारीवाल पहले भी दे चुके हैं आपत्तिजनक बयान'- दिव्या मदेरणा
सुंदरी देवी के बारे में आज कहा गया कि वह नाते गई हैं कि नहीं गई हैं. मंजू जाट हमारा गौरव हैं. उसी तरह विरांगना सुंदरी देवी जी हम राजस्थान का गौरव हैं. आज क्या स्पष्टीकरण देने की जरूरत पड़ गई? बोलकर पलट जाना शांति धारीवाल की आदत है. पहले रेप को लेकर मर्दों के प्रदेश का बयान दिया और अगले दिन कहा कि स्लिप ऑफ टंग हो गया. आज वीरांगनाओं पर उनके बयान की निंदा करती हूं.
विधानसभा में अनुदान मांगों को लेकर गुरुवार को बहस हुई थी. बहस शुरू होने से पहले जिस अंदाज में उन्होंने सफाई दी, तो सदन में हंगामा शुरू हो गया. नाराज बीजेपी विधायकों ने वॉक आउट किया. वहीं धारीवाल जोर-जोर से कहने लगे कि सुंदरी देवी नाते गई हैं. इसपर विपक्ष ने विरोध करते हुए आपत्ति दर्ज कराई है.
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