Rajasthan News: देश में लंपी वायरस के बढ़ते कहर से हजारों-लाखों गायें बेमौत मर रही है. इसे लेकर आमजन के साथ जनप्रतिनिधि भी नाराज है. लोग अपने-अपने तरीके से गाय को बचाने का जतन कर रहे हैं तो कोई अलग-अलग तरीकों से सरकारों के सामने विरोध जता रहे हैं. राजस्थान विधानसभा में सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए विधायक बीते दो दिन से ऐसे ही अनूठे प्रदर्शन कर रहे हैं. जहां सोमवार को पुष्कर विधायक के विरोध के लिए गाय लेकर आए थे वहीं आज श्रीडूंगरगढ़ विधायक ने अनूठा प्रदर्शन किया.
विधायक पोस्टर पहनकर पहुंचे विधानसभा
दरअसल मंगलवार को श्रीडूंगरगढ़ से सीपीएम विधायक गिरधारी लाल लंपी वायरस के हालात बयां करने वाला पोस्टर पहनकर विधानसभा पहुंचे. वे कार से उतरते ही वहां खड़े जनप्रतिनिधियों व अन्य लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गए. उन्हें देखने वालों की भीड़ लग गई. कई लोगों ने उनकी तस्वीरें भी लीं.
'नींद में सोया प्रशासन'
वहीं पत्रकारों से बातचीत में विधायक गिरधारी लाल ने राज्य और केंद्र सरकार पर जमकर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि गाय एक दुधारु पशु है और सारे रोजगार दूध पर आधारित हैं. हजारों की संख्या में गायों की मृत्यु हुई है. आजादी के बाद आज तक ऐसे हालात पहले कभी नहीं देखे. जो गायें मर रही हैं उन्हें दफनाने के लिए जगह नहीं है. गायों की मौत से लगातार बदबू फैल रही है. लोग बदबू के कारण परेशान हैं. महामारी लगातार बढ़ रही है. गांवों में तो लोगों का जीना दूभर हो गया है. फिर भी प्रशासन नींद में सो रहा है.
'लंपी महामारी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करें'
उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में सरकार इस लंपी महामारी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे. जिन किसानों और पशुपालकों की गायें मरी हैं उन्हें मुआवजा दिया जाए. इसके लिए तहसीलदार या पटवारी की टीम बनाकर सर्वे करवाया जाए और गायों की मौत पर पीड़ित पशुपालकों को तत्काल मुआवजा मिले.
पहले गाय लेकर पहुंचे थे पुष्कर विधायक
बता दें कि सोमवार को पुष्कर से बीजेपी विधायक सुरेश सिंह रावत लंपी बीमारी और गायों की मौत पर विरोध जताने के लिए अपने साथ एक गाय लेकर विधानसभा पहुंचे थे. विधानसभा के बाहर जब विधायक रावत मीडिया को बयान दे रहे थे तभी गाय रस्सी छुड़ाकर भाग गई.
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