Rajasthan Assembly Session: राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही आज सुबह 11 बजे शुरू होते ही हंगामे की भेंट चढ़ गई. 15वीं विधानसभा का यह 7वां सत्र शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी ने राज्यपाल के लौटाए गए दो बिलों का ब्योरा प्रस्तुत किया. इसके बाद चार बिल सदन में रखे.
सत्र के दूसरे चरण में मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने ‘राजस्थान मांग और सेवा कर बिल संशोधन विधेयक’ पुनर्स्थापित के लिए रखा. हंगामे के कारण दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित की. तीसरी बार कार्यवाही शुरू कर पूर्व सांसद थानसिंह जाटव, पूर्व विधायक आदराम मेघवाल, भरतलाल, इंदिरा मायाराम, जयकृष्ण तोसावड़ा, पराक्रम सिंह को श्रद्धांजलि देकर विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी.
सदन में नेताओं ने ऐसे जताया विरोध
सदन की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सदन में कहा कि सत्रावसान किए बगैर बैठक बुलाए जाने से विधायकों के प्रश्न पूछने के अधिकारों का हनन हुआ है. गोविंद सिंह डोटासरा ने विपक्ष पर पलटवार किया. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के विधायक वेल में आकर विरोध किया. आरएलपी विधायक दल के नेता पुखराज गर्ग, विधायक इंद्रा बावरी और नारायण बेनीवाल ने गौवंश बचाने की मांग करते हुए सदन में तख्तियां लहराई.
विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में धरना
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी विधायक दल ने विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी के कक्ष में धरना दिया. विधायकों ने सवाल पूछने का कोटा खत्म हो जाने के विरोध में धरना देकर विरोध जताया. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ व अन्य विधायक धरने पर बैठे.
आचार्य धर्मेंद्र को बीजेपी ने दी श्रद्धांजलि
रामजन्म भूमि आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले श्री पंचखंड पीठाधीश्वर आचार्य धमेंद्र महाराज के निधन पर बीजेपी विधायक दल ने शोक जताया है. राजस्थान विधानसभा की ना पक्ष लॉबी में बीजेपी विधायक दल की बैठक से पहले विधायकों ने दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी. पूर्व विधायक वसुंधरा राजे व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने आचार्य के निधन को दुखद बताते हुए इसे समाज के लिए बड़ी क्षति बताया है.
ये भी पढ़ें