Rajasthan Assembly Session: राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र आज (3 जुलाई) से शुरू हो गया है. सत्र की शुरुआत में ही विपक्ष के सदस्यों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष की मांग थी कि सत्र का प्रारंभ राज्यपाल के अभिभाषण के साथ होना चाहिए, जबकि आज ऐसा नहीं कराया गया. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि यह संविधान के नियमों का खुलेआम उल्लंघन है. टीकाराम जूली ने माइक बंद होने का भी आरोप लगाया.


उन्होंने कहा कि साल के पहले सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से कराने का नियम है, जबकि अभिभाषण नहीं कराया गया. इस पर विपक्ष के सदस्यों ने संविधान बचाओ का नारा लगाते हुए जोरदार हंगामा किया. दरअसल, विपक्ष के सदस्यों के हंगामा करने पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि सत्र की शुरुआत नियमों के तहत ही हुई है. उन्होंने कहा कि यह दूसरा सत्र है जबकि पहला सत्र पूर्व में हो चुका है. ऐसे में हर बार राज्यपाल के अभिभाषण का नियम नहीं है.


इस पर नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि इस साल का पहला सत्र कब हुआ, तारीख बता दीजिए. इस पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने जवाब दिया और कहा कि पहला सत्र दिसंबर में शुरू हुआ था जो कि जनवरी तक चला. स्पीकर के जवाब पर टीकाराम जूली ने कहा कि दिसंबर 2023 में शुरू हुआ सत्र वर्ष 2024 का पहला सत्र कैसे हो गया. हालांकि, इसके बाद विपक्ष के सदस्यों को कोई जवाब नहीं दिया गया और सदन की कार्रवाई आगे बढ़ा दी गई.






नेता प्रतिपक्ष ने लगाया ये आरोप
इस बीच नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने माइक बंद होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि "हम यहां पर संविधान बचाने आये हैं. संविधान की हत्या नहीं होने देंगे. लोकसभा में माइक बंद किए जा रहे थे अब यहां पर मेरा माइक बंद किया जा रहा है. यह गलत हो रहा है." हालांकि, टीकाराम जूली के इस आरोप पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कुछ नहीं किया.


वहीं हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा की खाली पांच विधान सभा की जानकारी दी है. इसके साथ ही हाथरस की दुर्घटना पर सदस्यों ने शोक व्यक्त किया. फिलहाल विधानसभा 4 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई है. वहीं सत्र के प्रारंभ में बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक जयकृष्ण पटेल को सदस्य पद की शपथ दिलाई गई



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