Bharatpur News: राजस्थान का पूर्वी द्वार कहा जाने वाला जिला भरतपुर जहां बरसात की अक्सर कमी रहती है. बरसात के अलावा जिले में सिचाई का कोई साधन नहीं है और अन्य स्रोत्रों से पानी की आवक नहीं होने के कारण यहां अक्सर किसानों को सूखे की मार झेलनी पड़ती है. भरतपुर में पेड़ पौधे लगाना बेहद मुश्किल है. लेकिन यहां एक ऐसा व्यक्ति है जिसको ट्री मेन के नाम से जाना जाता है. जो खाली पड़ी भूमि पर दिन रात पेड़ पौधे लगाने में जुटा रहता है. इस व्यक्ति का नाम बच्चू सिंह वर्मा है.


बच्चू सिंह वर्मा पहले सरकारी विभाग नाफेड में अधिकारी थे . 2002 में सेवानिवृत होने के बाद उन्होंने अपनी धरती को हरा भरा करने का संकल्प लिया. वो विगत 18 वर्षों से पेड़ पौधे लगाने के अभियान में जुटे हुए हैं. इतना ही नहीं आज तक वो 65,000 से अधिक पौधे लगा चुके हैं. जिनमें 90 प्रतिशत पौधे जीवित हैं. वो पौधे लगाने तक ही काम नहीं करते. बल्की उसकी देख-रेख और उनमें समय समय पर पानी देने का काम भी करते हैं. जब तक वो पौधा एक वर्ष का होकर बड़ा नहीं हो जाता. 


क्या कहना है बच्चू सिंह वर्मा 
बच्चू सिंह वर्मा का कहना है कि रिटायरमेंट के बाद उनका सपना था की कुछ ऐसा काम किया जाए, जिसका फायदा सभी लोगों को हो. इसलिए उन्होंने पेड़-पौधे लगाने का अभियान शुरू कर दिया. उन्होंने खुद का एक टेंपो खरीदा और उस टेंपो में भरकर नर्सरी से पेड़ पौधे लाते हैं, और उन जगहों को ढूंढते हैं जहां वृक्ष नहीं होते. वो वहां पर वृक्ष लगाते हैं. उन्होंने अपने टेंपो में एक पानी का टैंक रख रखा है, जिससे वो लगाए गए पौधों को पानी देते हैं.


गौरतलब है की भरतपुर जिला एक लंबे समय से पानी की कमी से जूझ रहा है. यहां के लोग और किसान हरियाणा से गुड़गांव कैनाल द्वारा यमुना जल की मांग करते रहे हैं. हालाकिं अभी तक उनकी यह मांग पूरी नहीं हो सकी है. ऐसी स्थिति में यदि जिले में पेड़-पौधों की संख्या बढ़ती है, तो बरसात होने की गुंजाइश भी ज्यादा बढ़ जाती है.


एक लाख पौधे लगाने का संकल्प 
बच्चू सिंह वर्मा का कहना है कि जब तक वह एक लाख पौधे अपने जिले में नहीं लगा देंगे तब तक उनका मिशन पूरा नहीं होगा. आज पेड़ लगाने के इस अभियान में लोग काफी जागरूक हो चुके हैं. इसमें युवा पीढ़ी भी सामने आ रही है. कॉलेज के छात्र-छात्राएं भी उनको काफी सहयोग कर रहे हैं. हालांकि इस कार्य में काफी खर्चा बैठता है, लेकिन वो सरकार से किसी प्रकार की मदद नहीं लेते.


बच्चू सिंह वर्मा अपनी मिलने वाली पेंशन और खेती-बाड़ी से होने वाली कमाई को  पेड़ पौधे लगाने और उन्हें सिंचित करने के खर्च में लगाते हैं. इस अभियान के चलते पूरे जिले में आज उनकी काफी प्रशंसा हो रही है. वो जहां भी पेड़ पौधे लगाते हैं वहां लोगों को पेड़ पौधे लगाने के फायदे के बारे में जागरूक भी करते हैं. इतना ही नहीं शादी समारोह में भाग लेने पर वो कन्यादान के रूप में एक पौधा देकर आते हैं और लोगों से भी ऐसा करने की अपील करते हैं.


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