Rajasthan News: कोटा संभाग के बारां जिले के अटरु थाना क्षेत्र के बमोरी कस्बे में 24 जुलाई को हमले में गंभीर घायल कांग्रेस नेता की इलाज के दौरान बुधवार (16 अगस्त) को जयपुर में मौत हो गई. गुरुवार (17 अगस्त) को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया. जयपुर से पुलिस की निगरानी में शव को झारखंड गांव ले जाया जा रहा है.
इधर घटना को लेकर मीणा समाज के लोगों में काफी आक्रोश बना हुआ है. आक्रोशित लोगों की ओर से गऊघाट के पास धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. आक्रोशित लोगों ने गऊघाट के पास लोक परिवहन बस में भी आग लगा दी. हंगामे की स्थिति को देखते हुए गांव में तथा मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. एसपी राजकुमार चौधरी, कलेक्टर नरेंद्र गुप्ता भी निगरानी बनाए हुए है.
बाइक पर जाते समय किया था हमला
यह घटना 24 जुलाई की है जब झारखंड गांव निवासी कांग्रेस नेता दिनेश मीणा, उसके चाचा मोहनलाल मीणा, लखन मीणा, सुरेंद्र मीणा सभी साथ दो बाइकों पर सहकारी चुनावों के लिए बमोरी गांव गए हुए थे. वहां से वापस आते समय एक मोटर साइकिल पर दिनेश मीणा और लखन आटोन की ओर जा रहे थे. रास्ते में बंमोरी निवासी पंकज नागर के मकान के पास पहुंचे, तो पहले से घात लगाए बैठे पंकज नागर, ललित नागर द्वारकालाल नागर, जगदीश, जगमोहन नागर और उनके अन्य साथी वहां खड़े थे.
जयपुर के अस्पताल में दिनेश की मौत हो गई
उन्होंने बाइक सवार दिनेश और लखन पर फावड़े से हमला कर दिया. बाइक सवार दोनों जने मौके से जान बचाकर जैसे तैसे निकल गए. लेकिन आरोपियों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा और गांव से कुछ ही दूर उन्हें जहां आरोपियों ने दिनेश मीणा और लखन मीणा पर लाठी-डंडों, तलवार, सरिए और धारदार हथियारों से हमला कर गंभीर घायल कर दिया.
वहीं दूसरी बाइक पर चल रहे सुरेंद्र भी मौके पहुंचे तो उन पर भी हमला कर दिया, हमले में दिनेश मीणा और मोहनलाल गंभीर घायल हो गए थे. लखन और सुरेंद्र भी घायल हो गए. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से गंभीर रूप से घायल मोहनलाल और दिनेश को बारां रेफर कर दिया और वहां से कोटा और कोटा से वह जयपुर के एक निजी अस्पताल पहुंचे जहां दिनेश की मौत हो गई.
लोगों ने बस में लगाई आग
जैसे ही बुधवार (16 अगस्त) को उसकी मौत की सूचना मिली तो गांव में आक्रोश व्याप्त हो गया. गुरूवार को उसका शव गांव में पहुंचा तो लोग आक्रोशित हो गए और मुख्य मार्ग पर जमा हो गए, जहां उन्होंने रोडवेज की बस में आग लगा दी और कई गाडियों में तोड़फाड कर दी. मामला बिगडता देख एसपी ने मोर्चा संभाला और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया. अटरू थानाधिकारी रामबिलास गुर्जर ने बताया की पुलिस ने गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. मामले पर उच्चाधिकारियों ने नजर बना रखी है.
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