Rajasthan: बाड़मेर की महिलाएं बनाएंगी बकरी के दूध से साबुन, फायदे जानेंगे तो चौंक ही जाएंगे
Barmer: राजस्थान के बाड़मेर में महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत घरेलू महिलाओं को स्वरोजगार और प्रशिक्षण दिया जाएगा.
Barmer News: पश्चिमी राजस्थान के सरहदिया सीमा से जुड़े बाड़मेर जिले के हरसाणी गांव में प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं बकरी के दूध से साबुन सहित कई तरह के उत्पादन बनाकर स्वरोजगार से जुड़ेंगी. भारतीय स्टेट बैंक आरसेटी बाड़मेर और राजीविका बाड़मेर के संयुक्त तत्वाधान में ग्राम पंचायत हरसाणी में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को नवाचार, रोजगार सर्जन, महिला सशक्तिकरण और आजीविका संवर्धन के उद्देश्य से गोट मिल्क सॉप प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया है.
बकरी के दूध से बने साबुन से त्वचा संबधी रोगों होंगे ठीक दावा
बकरी का दूध (गोट मिल्क) से बनने वाले साबुन से त्वचा संबंधी रोगों को ठीक करने का दावा किया जा रहा है. बकरी का दूध आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होता है. इससे बने साबुन में कई प्रकार के त्वचा संबंधी रोगों के इलाज होता है. इसके अलावा बकरी के दूध में मौजूद ऑर्गेनिक गुणों के कारण इससे त्वचा का रूखापन, ड्राई स्किन, डार्क स्पॉट, झुरिया कील मुंहासे व अन्य प्रकार के त्वचा संबंधी रोगों को ठीक किया जा सकता है.
महिलाओं को प्रशिक्षण से बढेगा रोजगार और उत्पादन
जिला परियोजना प्रबंधक नरपत सिंह भाटी ने बताया कि नवाचार और आजीविका संवर्धन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नए-नए प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर उनको बैंक ऋण दिलवाकर रोजगार से जोड़ा जाएगा. हरसाणी गांव में महिलाओं के स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत घरेलू महिलाओं को स्वरोजगार और प्रशिक्षण दिया जाएगा.
महिलाओं के लिए आने वाले दिनों में अन्य प्रशिक्षण किए जाएंगे शुरू
संस्थान के निर्देशक बृजेश कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया. उन्होंने यहां मौजूद महिलाओं से साबुन बनाने की विधि और गुणवत्ता के नवाचार के प्रशिक्षण को बारीकी से सीखने को कहा. उन्होंने कहा कि महिलाएं बकरी के दूध से बनने वाले साबुन का बड़े स्तर पर उत्पादन करके रोजगार को भी बढ़ावा दें.
आरसेटी निर्देशक ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर के दौरान आने वाले समय में संस्थान द्वारा बाजरी से बने बेकरी उत्पाद बिस्कुट,गोट मिल्क सॉप,पेपर फाइल कवर,अगरबत्ती मेकिंग, मोमबत्ती मेकिंग, हर्बल उत्पाद, मिलेट उत्पाद आदि प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. वहीं इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं मौजूद रही.बता दें महिलाएं उत्साह के साथ इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रही हैं.