Rajasthan: गहलोत सरकार के खिलाफ बेरोजगारों का हल्ला बोल प्रदर्शन, जोधपुर में रैली निकालकर की ये मांग
Rajasthan News: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले में आज बेरोजगार युवा सड़कों पर उतर गए. हजारों की तादाद में इकट्ठा हुए युवाओं ने राजस्थान सरकार का टेंशन बढ़ा दिया.
Jodhpur News: राजस्थान में बेरोजगार संघ ने एक बार फिर गहलोत सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. सीएम के गृह जिले में आज बेरोजगार युवाओं ने रैली निकाल कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पेपर लीक मामले (Paper Leak Case) की सीबीआई जांच (CBI probe) और आरोपियों पर रासुका लगाने की मांग की है. बेरोजगार युवाओं ने मांग नहीं माने जाने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है. बेरोजगार महासंघ के नेता उपेन यादव (Upen Yadav) ने आरोप लगाया कि प्रदेश में फर्जी डिग्री धड़ल्ले से बिक रही है. पेपर लीक से परीक्षा की तैयारी कर रहे युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. उपेन यादव ने कहा कि अब तक हुई परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में ज्यादातर सरकारी कर्मचारी शामिल पाए गए हैं.
बेरोजगार महासंघ का हल्ला बोल प्रदर्शन
गहलोत सरकार ने आज तक किसी आरोपी कर्मचारी को बर्खास्त नहीं किया. महज निलंबित कर औपचारिकता पूरी कर ली. बेरोजगारों युवाओं की मांग है कि निलंबन के बजाए सीधी बर्खास्तगी की कार्रवाई है. उपेन यादव ने सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर भी हमला बोला. उन्होंने सवाल उठाया कि पकड़े जाने के बावजूद आरोपी नेपाल कैसे भाग जाते हैं. उन्होंने कहा कि खानापूर्ति करने के लिए किराए पर चल रहे इंस्टिट्यूट की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया गया. पेपर लीक कैसे हुआ है, कौन लोग जुड़े हुए हैं और किसकी साजिश है, सरकार ने खुलासा नहीं किया.
सीएम के गृह जिले में सड़क पर उतरे युवा
उपेन यादव ने कहा कि सरकार वैकेंसी निकाल कर वाहवाही लूट रही है और फर्जी डिग्री धारक लोग नौकरी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज सभी बेरोजगार युवा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर में इकट्ठा हुए हैं. आने वाले दिनों में बेरोजगारों के सपनों से खिलवाड़ होने पर उग्र धरना प्रदर्शन किया जाएगा. उपेन यादव ने कहा कि पेपर लीक के सभी प्रकरण गहलोत सरकार में हुए हैं. उन्होंने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने, संपत्ति जब्ती की कार्रवाई करने, रासुका लगाने और पेपर लीक की सीबीआई से जांच कराने की मांग की. जोधपुर में बेरोजगार महासंघ के बैनर तले सेकंड ग्रेड भर्ती के अभ्यर्थियों को इंसाफ दिलाने की मांग की गई.