Rajasthan News: राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव की जयपुर में गिरफ्तारी हुई है. जयपुर की श्यामनगर पुलिस ने थाने में उन्हें रखा है. पुलिस का कहना है कि उपेन यादव अपने भाई मुकेश के साथ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लिया था. इस मामले में 5 सालों से जांच हो रही है. इसी कड़ी में उपेन को सीकर सीमा से शनिवार को हिरासत में ले लिया था. पूछताछ में उपेन ने पूरी बात स्वीकार की है. ऐसे में फिलहाल उपेन और मुकेश के साथियों की तलाश जारी है. दरअसल, उपेन यादव ने खुद कल ट्वीट से जानकारी थी कि पुलिस ने हमे हिरासत में ले लिया है जिसके बाद से यह मामला तूल पकड़ा जा रहा है.
20 को निकालनी थी युवा बेरोजगार आक्रोश महारैली
चूरू जिले के सरदारशहर में उपचुनाव होने वाला है. ऐसे में वहां जाकर 20 नवंबर से ताल मैदान से गांधी चौक तक युवा बेरोजगार आक्रोश महारैली निकालने का एलान किया था. इस महारैली के लिए युवाओं से अपील भी की गई थी कि सभी युवा अधिक से अधिक संख्या में पहुंचे. इससे पहले ही उपेन की गिरफ्तारी हो गई है. सोशल मीडिया पर उपेन ने आक्रोश महारैली को मजबूत करने का अभियान भी चलाया था.
ये हैं आरोप
पुलिस का आरोप है कि ऊपेन यादव ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से जमीन हड़पने में अपने भाई का सहयोग किया था. उपेन यादव ने इस प्रकरण में मुकेश यादव द्वारा फर्जी तरीके से तैयार दस्तावेजों पर गवाह के रूप में हस्ताक्षर किये थे और अनुसंधान अधिकारियों द्वारा बार-बार बुलाने पर भी अनुसंधान से बचता रहा है. जानकारी के अनुसार पुलिस ने साल 2016 में मामला दर्ज किया था. जिसमें अब कार्रवाई हुई है.
उपेन की रिहाई के लिए आंदोलन
वहीं दूसरी तरफ उपेन यादव के गिरफ्तारी के खिलाफ बेरोजगारों ने आंदोलन की चेतावनी दी है. वहीं बेरोजगारों का कहना है कि वार्ता पिछले सप्ताह हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है. बेरोजगारों का कहना है कि चूरू के सरदारशहर में बेरोजगारों की आक्रोश रैली पहले से ही प्रस्तावित थी और उपेन यादव को पुलिस ने जबरन हिरासत में लिया है. अगर उपेन को नहीं छोड़ा गया तो आंदोलन जारी रहने की बात कही गई है.