Rajasthan Govt To Lease Helicopter: राजस्थान की भजनलाल शर्मा की सरकार वीआईपी उड़ानों के लिए लीज पर हेलीकॉप्टर लेगी और इस पर भारी भरकम खर्च किए जाएंगे. जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार हेलीकॉप्टर पट्टे पर लेने के लिए सालाना करीब 24 करोड़ रुपये खर्च करेगी. 


प्रदेश की विधानसभा को सूचित किया गया है कि राजस्थान सरकार वीआईपी उड़ानों के लिए एक निजी कंपनी से हेलीकॉप्टर किराए पर लेने के लिए सालाना अनुमानित 23.79 करोड़ रुपये खर्च करेगी.


राजस्थान सरकार के पास नहीं है कोई विमान


26 जुलाई को राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायक शिखा मील बराला (Shikha Meel Barala) के एक अतारांकित प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्य सरकार ने कहा कि उसके पास कोई एयरक्राफ्ट नहीं है. इस दौरान यह भी बताया गया कि राज्य सरकार ने 2020-21 से 2023-24 तक हेलीकॉप्टर या हवाई जहाज सेवाओं पर 76.46 करोड़ रुपये खर्च किए.


राजस्थान की बीजेपी सरकार की ओर से जवाब में कहा गया, "राज्य सरकार के पास वर्तमान में कोई हवाई जहाज या हेलीकॉप्टर नहीं है. 5 जून, 2024 को राज्य सरकार ने मेसर्स रेडबर्ड एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली से एक हेलीकॉप्टर पट्टे पर लेने या किराए पर लेने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है."


वीआईपी उड़ानों पर अबतक कितने हुए खर्च?


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें कहा गया है, "इस पर हर साल 23.79 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है''. सदन को यह भी बताया गया कि विमान सेवाओं पर राज्य सरकार का खर्च 2020-21 में 8.03 करोड़ रुपये, 2021-22 में 7.19 करोड़ रुपये, 2022-23 में 31.30 करोड़ रुपये और 2023-24 में 29.94 करोड़ रुपये था.''


कांग्रेस विधायक बराला ने राजस्थान सरकार को दी सलाह


जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस विधायक बराला ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि लीज पर हेलीकॉप्टर लेने पर करोड़ों खर्च करने से बेहतर होता कि हेलीकॉप्टर खरीद लिया जाता. उन्होंने कहा, "अगर सरकार ने इस राशि में एक हेलीकॉप्टर खरीदा होता, तो भविष्य में यह आर्थिक रूप से बेहतर होता."


ये भी पढ़ें:


कोटा के सरकारी कॉलेजों में फीस जमा करने की बढ़ी तारीख, जानें अब कब तक जमा कर सकते हैं?