Rajasthan News: राजस्थान सरकार मानसिक रोगियों के लिए नए कदम उठाने जा रही है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और लेकर मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पतालों में मनोरोग उपचार की बेहतर सुविधा मिलेगी. उन्होंने बताया कि दूसरी ओर टेली मानस हेल्पलाइन के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर टेली मानस हेल्पलाइन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.
विशेषकर युवाओं तक टोल फ्री हेल्पलाइन सेवा की पहुंच सुनिश्चित की जा रही है. उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग रोगियों को दी जा जाने वाली पंजीयन पर्ची पर नवाचार किए गए हैं. राजस्थान राज्य पुस्तक मंडल की किताबों के अंतिम पन्ने पर टेली मानस टोल फ्री हेल्पलाइन की जानकारी दी जा ही है. सार्थक प्रयास से कई लोगों का जीवन बचाना संभव हुआ है. मुश्किल समय में टेली मानस हेल्पलाइन की सेवा जीवनरक्षक का काम कर रही है. प्रदेश में टेली मानस हेल्पलाइन के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परामर्श प्रदान किया जा रहा है.
मानसिक रोगियों को इलाज की सुविधा
अवसाद ग्रस्त लोगों को सलाह देने के लिए मनोवैज्ञानिकों की सेवा ली गयी है. मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए टोल फ्री नं. 14416 या 1-800-891-4416 पर कॉल कर मदद प्राप्त की जा सकती है. राजस्थान में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए भी राहत भरी खबर है. कोटा के कोचिंग छात्रों में खुदकुशी की प्रवृत्ति बढ़ रही है. अब खुदकुशी के विचार सलाह से खत्म हो सकेंगे. टोल फ्री नंबरों पर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की सलाह मिलेगी. राज्य सरकार टेली मानस हेल्पलाइन सेवा को और बेहतर करने की कोशिश कर रही है.
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