Bharat Jodo Yatra: राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के प्रवेश के साथ ही यहां की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है. अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) का एक बयान चर्चा में है. मध्य प्रदेश से राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के प्रवेश होने पर झालावाड़ में कमलनाथ मंच संबोधन दे रहे थे. वह यहां अपनी सरकार और मध्य प्रदेश का जिक्र कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कहा, "बिना सरकार के भी यात्रा का जो स्वागत हमने किया है वो प्यार सीएम अशोक गहलोत आप सरकार में होने के बाद भी नहीं दे पाएंगे".
इसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि यात्रा मध्य प्रदेश से भी भव्य निकलेगी. देश में पनप रहे डर को खत्म करने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है. हालांकि इन बयानबाजियों के बाद सियासी गलियारों में चर्चीओं का बाजार गर्म हो गया है.
मंच पर दिग्विजय सिंह भी मौजूद
जिस दौरान कमलनाथ ने सीएम अशोक गहलोत के लिए ये बातें कहीं, उस समय मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी स्टेज पर ही मौजूद थे. साथ ही, राजस्थान के तमाम बड़े नेता वहां पर थे. कामलनाथ की इस बात के बाद सभा की तरफ से खूब तालियां बजाई गईं. इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. हालांकि, कमलनाथ ने ये बात हंसते हुए कही है. सोशल मीडिया पर उनके इस बयान की चर्चा है.
सीएम अशोक गहलोत का जवाब और हकीकत
सीएम अशोक गहलोत ने कमलनाथ के बयान पर जवाब दिया है. उन्होंने कहा, 'यहां सबसे बेहतर और मजबूत रैली निकलेगी. मध्य प्रदेश से ज्यादा लंबी भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में होगी. यहां यात्रा ज्यादा दिन रहेगी.' फिर भी कमलनाथ ने क्यों ऐसा कहा होगा? इसके पीछे की पूरी कहानी अभी समझ नहीं आई है, लेकिन इसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
वहीं, सोमवार को यात्रा की शुरुआत राजस्थान में झालावाड़ के काली तलाई से हुई. यात्रा 10 बजे बालीबोरड़ा चौराहा पहुंची. दोपहर 3:30 बजे नाहरड़ील और शाम 6:30 बजे झालरापाटन के चंद्रभागा चौराहा पहुंचेगी. यहां पर राहुल गांधी नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगे.
राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा का जिलेवार रूट चार्ट
चार दिसम्बर को झालरापाटन चऊंली से यात्रा राजस्थान में प्रवेश कर चुकी है. सूरजपोल नाका और हिरिया खेड़ी में भी नुक्कड़ सभा होगी. झालावाड़ जिले में चार दिसंबर से 6 दिसंबर तक यात्रा रहेगी. इस दौरान वहां जोरदार स्वागत की तैयारी है. वहीं दौसा में 13 दिसंबर से 16 दिसंबर तक यात्रा रहेगी. इस दौरान 12वें दिन यात्रा को विश्राम मिलेगा. ये यात्रा टोंक को छूते हुए सवाईमाधोपुर जिले में 11 दिसंबर से 12 दिसंबर तक पहुंचेगी. कोटा-बूंदी में ये यात्रा 7 दिसंबर से 10 दिसंबर तक रहेगी.