Rajastan News: भारतीय किसान संघ (Bharatiya Kisan Sangh) के प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत किसान सोमवार रात को जयपुर (Jaipur) के लिए कूच करेंगे. किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से सरकार को अवगत कराते आ रहे हैं. गांव गांव में इस आंदोलन को सफल बनाए जाने के लिए आव्हान किया गया है. अन्न एकत्रित किया गया है. पीले चावल बांटे गए हैं. इसके साथ ही कई सभाएं और बैठकों के आयोजन के बाद किसान 15 मई की रात को सचिवालय घेराव के लिए निकलेंगे.


प्रांत प्रचार प्रमुख आशीष मेहता ने बताया कि चित्तौड़ प्रांत के 4 संभाग और 16 जिलों से किसान और कार्यकर्ता जयपुर के लिए रवाना होंगे. भारतीय किसान संघ ने गांव गांव जाकर ग्राम सभाएं की हैं. वहां लोगों को पीले चावल देकर जयपुर आने के लिए आमंत्रित किया है. सोमवार को किसान बस, ट्रेन और निजी वाहनों से जयपुर जाएंगे. यहां पहुंचकर सचिवालय घेराव और अनिश्चितकालीन महापड़ाव में शामिल होंगे.  


ये है किसानों की मांग
कोटा जिला अध्यक्ष गिरिराज चौधरी ने बताया कि 10000 किसान सोमवार रात्रि को जयपुर के लिए रवाना होंगे. वे अपने साथ आटा दाल समेत सूखी खाद्य सामग्री भी लेकर जाएंगे. प्रदेश के मांगपत्र में जिले की समस्याओं को भी महत्व दिया गया है. प्रदेश के मांगपत्र में जिले की समस्याओं को भी महत्व दिया गया है. मांगपत्र में बांस्याहेड़ी परियोजना, रामगंजमंडी में आमझर नदी पर बड़ौद आंतरी ग्राम परियोजना के साथ आहू नदी परियोजना पर काम शुरू कराने की मांग रखी गई है. इसके साथ ही चंबल की नहरों का जीर्णोद्धार, कोटा के लिए बीज लैब, सूक्ष्म सिंचाई और ट्रेनिंग सेंटर, लहसुन प्रोसेसिंग यूनिट, मिनी फूड पार्क बनवाने की भी मांग है.


साथ ही रामगंजमंडी और चैचट को तकली बांध से जोड़ने, लाडपुरा और मंडाना के सूखे क्षेत्र को चंबल नदी से सिंचाई का पानी देने, पार्वती नदी पर एनीकट बनाने, परवन सिंचाई परियोजना के लिए बजट जारी करने, पूर्वी नहर परियोजना के लिए निगम बनाकर प्रस्तावित 9600 रुपये की राशि जारी करने संबंधी कई मांगों को रखा गया है.


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